अब झारखण्ड के बोकारो जिले में बने नए कॉलोनियों में भी मतदान केंद्र बनाए जाएंगे। जिसकी वजह से उन कॉलोनियों के निवासियों को दूर-दराज के केंद्रों पर जाकर मतदान करने की परेशानी से निजात मिलेगा। वहीं जो जर्जर मतदान केंद्र हैं, उन्हें अच्छे भवनों में शिफ्ट किया जाएगा। जिससे मतदान कर्मियों और मतदाताओं में किसी भी तरह के अनहोनी का भय नहीं रहेगा। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार बोकारो के जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त अजय नाथ झा ने वीडियो संवाद के माध्यम से सभी विधानसभा क्षेत्रों के निर्वाची निबंधन पदाधिकारियों (ईआरओ) एवं सहायक निर्वाची निबंधन पदाधिकारी (एईआरओ) के साथ बैठक की और जरूरी दिशा – निर्देश दिया। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता सूची का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम 2025 प्रस्तावित है। इसके पूर्व, आयोग के निर्देशानुसार निर्वाचन क्षेत्र में प्रि- रिविजीन गतिविधि की जानी है।
अब किसी भी मतदान केंद्र वोटरों की संख्या 1200 से अधिक नहीं होगी
जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त ने कहा कि मतदान केंद्रों के लिए तय मेनुअल 2020 के तहत मतदाताओं के बेहतर पहुंच के लिए मतदान केन्द्रों में मतदाताओं की संख्या 1200 से अधिक नहीं होनी चाहिए। जिन मतदान केन्द्रों में 1200 से अधिक मतदाताओं की संख्या है, उसे विखण्डीकरण करने के लिए सभी ईआरओ एवं एईआरओ को आंकलन कर जिला को प्रस्ताव तैयार कर अनुशंसा करने का निर्देश दिया। वहीं, जर्जर मतदान भवनों को नजदीक के सुदृढ़ मतदान भवनों में स्थानांतरित करने के लिए भी प्रस्ताव तैयार करने को कहा।
एक परिवार के सभी सदस्यों का नाम एक ही केंद्र में होना जरूरी
साथ ही, शहरी क्षेत्रों में हाई राइस ब्लिडिंग्स, हाउसिंग सोसाइटी एवं नए बने कॉलोनी को लेकर भी नये मतदान केन्द्रों के गठन का प्रस्ताव तैयार करने को कहा। उन्होंने कहा कि मतदान केन्द्रों के गठन, विगठन के समय यह ध्यान देंगे कि कोई भी मतदाता का परिवार अलग-अलग मतदान केन्द्रों में न हों, मतदान केन्द्रों के विखण्डीकरण के समय एक परिवार के सभी सदस्यों का नाम एक ही मतदान केन्द्र में दर्ज होना चाहिए।
सभी बीएलओ सुपरवाइजर को दिया जाएगा प्रशिक्षण
जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त ने सभी मतदान केन्द्रों पर बूथ लेवल आफिसर (बीएलओ) की नियुक्ति सुनिश्चित करने एवं आवश्यकता अनुसार बीएलओ सुपरवाईजर की प्रतिनियुक्ति का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि सभी बीएलओ एवं निर्वाचन से संबंधित कर्मियों को प्रशिक्षण हेतु मंत्रिमंडल (निर्वाचन) विभाग के द्वारा प्रशिक्षण सामग्री तैयार किया जा रहा है। प्राप्त सामग्रियों के अनुसार सभी कर्मियों को प्रशिक्षण देना सभी ईआरओ – एईआरओ सुनिश्चित करेंगे।
दिव्यांग मतदाताओं को किया जाएगा चिन्हित
जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त ने मतदान केन्द्रों में दिव्यांग मतदाताओं का मतदाता सूची में चिन्हित किया जाता रहा है, पूर्व में भी मतदाता सूची में बीएलओ के द्वारा दिव्यांगों को चिन्हित किया गया है, छुटे हुए वैसे दिव्यांग मतदाता जिनका नाम मतदाता सूची में चिन्हित नहीं किया गया है। बीएलओ के माध्यम से प्रपत्र 08 में दिव्यांगता का प्रकार एवं % भरते हुए मतदाता सूची में चिन्हित करना सुनिश्चित करेंगे साथ हीं नये दिव्यांग मतदाता का प्रपत्र 06 भरते समय निश्चित रूप से दिव्यांगता का प्रकार एवं % चिन्हित करना सुनिश्चित करेंगे।
दिव्यांग वोटर के लिए होम वोटिंग की भी मिलेगी सुविधा
इसके अलावा जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त ने आयोग द्वारा दिव्यांग मतदाताओं को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने हेतु मतदान केन्द्रों में उनके पहुंच के लायक शौचालय एवं रैम्प का निर्माण कराने, उनके सहायता के लिए व्हील चेयर एवं अन्य उपकरण मतदान केन्द्रों पर मतदान के दिन उपलब्ध कराया जाना है। साथ हीं इच्छुक दिव्यांग मतदाता के लिए होम वोटिंग की व्यवस्था किया जाना है एवं मतदान केन्द्रों तक लाने के लिए वाहन की व्यवस्था उपलब्ध कराई जानी है। उनकी सुविध हेतु भारत निर्वाचन आयोग द्वाराविकसित सक्षम एप के संबंध में उन्हें प्रशिक्षित किया जाना है। इसको लेकर भी तैयारी सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने प्री-रिवीजन गतिविधियों को आयोग द्वारा तय समय के अनुरूप पूरा करने का सभी ईआरओ-एईआरओ को निर्देश दिया।
मौके पर ये अधिकारी थे मौजूद
मौके पर निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी (ईआरओ) गोमिया सह अपर समाहर्ता मो. मुमताज अंसारी, निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी (ईआरओ) बोकारो सह अनुमंडल पदाधिकारी चास प्रांजल ढ़ांडा, निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी (ईआरओ) बेरमो सह अनुमंडल पदाधिकारी बेरमो मुकेश मछुआ, निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी (ईआरओ) चंदनकियारी सह डीसीएलआर प्रभाष दत्ता, जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी प्रेम चंद सिन्हा, सभी सहायक निर्वाची पदाधिकारी (एईआरओ) सह बीडीओ, सीओ आदि उपस्थित थे।