बोकारो के आम उत्पादन की ब्रांडिंग और मार्केटिंग पर दिया जाएगा जोर


शनिवार को उपायुक्त अजय नाथ झा ने पेटरवार प्रखंड अंतर्गत ओरदाना स्थित मनरेगा पार्क – कृषि (आम) बागवानी का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने चल रहे कार्यों की प्रगति का विस्तृत जानकारी लिया और स्थल पर उपस्थित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मौके पर अपर समाहर्ता मो. मुमताज अंसारी, एसडीओ बेरमो श्री मुकेश मछुआ, डीपीआरओ श्री रवि कुमार, बीडीओ श्री संतोष कुमार, सीओ श्री अशोक कुमार, एपीआरओ अविनाश कुमार सिंह, एनओ श्री पंकज दूबे, समेत जेएसएलपीएस, महिला एसएचजी के सदस्यगण आदि उपस्थित थे। निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने कहा कि बोकारो जिले में उच्च गुणवत्ता वाले आम का उत्पादन हो रहा है, जिसे ब्रांडिंग और मार्केटिंग से जोड़कर राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की आवश्यकता है। उन्होंने अपर समाहर्ता को पीएमयू टीम को निर्देशित करने का निर्देश दिया कि जिले में उत्पादित आमों की बिक्री और प्रसंस्करण के लिए बड़े बायर्स (क्रेता समूहों) के साथ बैठक आयोजित करें। उपायुक्त ने कहा कि स्थानीय उत्पादों को पहचान दिलाना जिला प्रशासन की प्राथमिकता है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी।

महिला समूहों को बहुफसली खेती अपनाने को किया प्रेरित


मौके पर उपायुक्त ने उपस्थित महिला स्व-सहायता समूह (एसएचजी) की दीदियों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि केवल आम की खेती तक सीमित न रहकर खाली जगहों पर पपीता, कटहल और अमरूद जैसे फलों की बागवानी भी की जाए। उन्होंने बताया कि बहुफसली खेती अपनाने से आय में विविधता आएगी और महिला समूहों को आर्थिक रूप से सशक्त बनने में मदद मिलेगी। उन्होंने इस दिशा में प्रशासनिक सभी सहयोग मुहैया कराने की बात कहीं। उपायुक्त ने एसएचजी दीदियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आप ग्रामीण अर्थव्यवस्था की असली शक्ति हैं, आपके प्रयासों से जिले में आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा परिवर्तन संभव है।

सिंचाई एवं आधारभूत संरचना पर दिए निर्देश

निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने संबंधित बीडीओ - सीओ को निर्देश दिया कि अमृत सरोवर के माध्यम से सोलर लिफ्ट इरीगेशन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि वर्षभर बागवानी को पर्याप्त सिंचाई मिल सके। साथ ही उन्होंने एप्रोच पथ को सुदृढ़ करने, शेड निर्माण करने का निर्देश देते हुए कहा कि बागवानी तक पहुंचने के लिए सुगम मार्ग उपलब्ध कराना दीदीओं और यहां आने वाले लोगों दोनों के लिए जरूरी है। उपायुक्त ने कहा कि मनरेगा योजनाएं ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन और हरित विकास का प्रभावी माध्यम बन रही हैं। इन योजनाओं के माध्यम से न केवल स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है, बल्कि कृषि और बागवानी के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने उपस्थित पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी योजनाओं की नियमित मॉनिटरिंग हो और लाभार्थियों को अधिकतम सुविधा प्रदान की जाए। 


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