बायोमेट्रिक अटेंडेंस की अनदेखी पर बोकारो के 633 स्वास्थ्य कर्मियों पर गिरेगी गाज, अवर सचिव ने दिया आदेश


The Khabarly के लिए सुरेन्द्र सावंत की विशेष रिपोर्ट

झारखंड सरकार के स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से अटेंडेंस पोर्टल की मासिक समीक्षा की गई. जिसमें जुलाई महीने की बायोमेट्रिक हाजिरी में यह मामला खुलकर सामने आया कि बोकारो जिले के 339 वैसे स्वास्थ्य कर्मी हैं, जिन्होंने पूरे महीने के 31 दिनों में एक भी दिन बायोमेट्रिक हाजिरी नहीं बनाई। वहीं 294 वैसे स्वास्थ्य कर्मी हैं, जिन्होंने 50 प्रतिशत से भी कम दिनों तक हाजिरी बनाई। इसमें स्वास्थ्य कर्मियों के साथ कई चिकित्सक भी शामिल हैं। इसमें 35 वैसे कर्मी हैं , जिन्होंने सिर्फ एक-एक दिन की हाजिरी बनाई। वहीं 25 कर्मियों ने मात्र दो दिनों की हाजिरी बनाई। उसी तरह 21 वैसे कर्मी हैं , जिन्होंने मात्र तीन दिनों तक की हाजिरी बनाई। इससे यह स्पष्ट होता है कि ये कर्मी या तो ऑफिस समय पर आते नहीं या फिर बायोमेट्रिक हाजिरी बनाने के सरकारी आदेश को ठेंगा दिखा रहे हैं. 

अवर सचिव ने दिया कार्रवाई का आदेश 

इस मामले पर स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के अवर सचिव ने बोकारो के सिविल सर्जन को पत्र के माध्यम से संबंधित कर्मियों से स्पष्टीकरण के साथ नियमानुसार कार्रवाई करने का आदेश दिया है. अवर सचिव ने बायोमेट्रिक्स अटेंडेंस नहीं बनाने के मामले को लेकर पत्र में कहा है कि यह विभाग की राज्य स्तरीय उपस्थिति निगरानी प्रणाली की दृष्टि से चिंताजनक है और काम करने की स्थिति पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है. 

सिविल सर्जन ने जारी किया आदेश 

अवर सचिव के आदेश के आलोक में  सिविल सर्जन ने जिले के एसीएमओ, जिला आरसीएच पदाधिकारी, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी, जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी उपाधीक्षक सदर अस्पताल, चास व बेरमो अनुमंडल अस्पताल, जैनामोड़ रेफरल अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी सहित जिले के सभी प्रखंडोंके सीएचसी प्रभारी को पत्र देकर वैसे कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश जारी किया है. अब देखना यह है कि कार्रवाई क्या होती है. इस संदर्भ में सिविल सर्जन अभय भूषण प्रसाद ने कहा कि पहले वैसे कर्मियों से पूछा जाएगा कि उनका अटेंडेंस कम क्यों है.  उसके बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। 


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