गरगा नदी होगी अब प्रदूषण मुक्त, डीसी ने 16 नालों के गंदे पानी पर रोक लगाने के दिए निर्देश


समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में उपायुक्त अजय नाथ झा ने चास नगर निगम क्षेत्र में संचालित पेयजलापूर्ति योजना अमृत 2.0 के प्रगति कार्य की समीक्षा बैठक किया। इस क्रम में योजना की धीमी प्रगति पर असंतोष जताते हुए कहा कि कार्यों में सुस्ती स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने संबंधित एजेंसी को बाधाओं की पहचान करते हुए उसके त्वरित समाधान के लिए कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया।

चास पेयजलापूर्ति योजना में लाएं तेजी

समीक्षा बैठक में नियमित बिजली आपूर्ति एवं लगातार बारिश से कार्य की गति प्रभावित होने की एजेंसी ने बात कहीं। इस पर उपायुक्त ने बिजली आपूर्ति की समस्या को समाप्त करने के लिए अपर नगर आयुक्त को अलग से इस पर संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक प्रस्तावित करने को कहा। उन्होंने योजना से जुड़ी किसी भी तकनीकी, प्रशासनिक या स्थानीय समस्या को प्राथमिकता के आधार पर समाधान करने को कहा।

गरगा नदी में गंदा पानी जाने से रोके नगर प्रशासन

उपायुक्त ने नगर निगम प्रशासन को सख्त निर्देश दिया कि चास नगर क्षेत्र से निकलने वाले बड़ें 16 नालों का गंदा पानी गरगा नदी में न जाए, इसकी समुचित व्यवस्था करें। उन्होंने वेस्ट वाटर मैनेजमेंट और नियमित मॉनिटरिंग करने को कहा। इसके अलावा उपायुक्त ने कई अन्य बिंदुओं पर भी चर्चा कर संबंधितों को जरूरी दिशा-निर्देश दिया। मौके पर उप विकास आयुक्त शताब्दी मजूमदार, अपर नगर आयुक्त संजीव कुमार, सहायक नगर आयुक्त प्रियंका, सहायक नगर आयुक्त जयपाल सिंह, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह आदि मौजूद थे।

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