स्ट्रीट वेंडरों के लिए खुला अवसरों का द्वार, मुद्रा योजना से मिलेंगे 50 हजार तक के ऋण

 


समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में उपायुक्त अजय नाथ झा ने पीएम स्व निधि से समृद्धि योजना की जिला स्तरीय कमेटी का किया बैठक, डीडीसी व एएमसी आदि मौजूद थे। इस दौरान डीसी ने कहा कि हमारे स्ट्रीट वेंडर सिर्फ आर्थिक गतिविधियों के भागीदार नहीं है, बल्कि वह समाज की एक मजबूत कड़ी हैं। जब आप उनकी आंखों से दुनिया को देखते हैं, तो संवेदना और जिम्मेदारी का नया दृष्टिकोण सामने आता है। हमारे स्ट्रीट वेंडरों का जीवन कैसे समृद्ध हो, इस दिशा में हमें मिलकर काम करना होगा।

जीवन को बेहतर बनाने के लिए चलाएं अभियान

उपायुक्त ने कहा कि स्ट्रीट वेंडरों का जीवन बेहतर हो, इस दिशा में सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। उन्होंने योजना से संबंधित जन जागरूकता, ज्यादा से ज्यादा लाभ लेने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम को अभियान मोड में चालू करने का निर्देश दिया। कहा कि जन - जागरूकता जरूरी है ताकि योजना का लाभ हर आहर्ताधारी तक पहुंचे। योजना के तहत 10 हजार राशि ऋण प्राप्त करने वाले लाभुक, ससमय ऋण की राशि भुगतान कर 20 हजार एवं इसे ससमय भुगतान कर 50 हजार रुपए का ऋण प्राप्त कर आत्म निर्भर एवं समृद्ध बन सकें।

सब्जी बेचने वाली महिलाओं को दीदी कहा जाए

उपायुक्त ने बैठक के क्रम में योजना के नोडल पदाधिकारी को निर्देश दिया कि वह चिन्हित वेंडरों को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से भी जोड़ें, ताकि वे छोटे व्यवसाय के लिए वित्तीय रूप से सशक्त हो। उनके जीवन स्तर में बदलाब आएं, ताकि सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का उद्देश्य पूरा हो सकें। 


बैंकों में हो भैया - दीदी काउंटर,एलडीएम को निर्देश

उपायुक्त ने बैठक में उपस्थित लीड बैंक मैनेजर (एलडीएम) को निर्देश दिया कि वह बैंकों में स्ट्रीट वेंडरों के लिए विशेष रूप से भैया - दीदी काउंटर चिन्हित करें। जिससे उन्हें बैंकों में त्वरित सुविधा और सम्मान दोनों प्राप्त हो। उन्होंने पहले लीड बैंक से इसकी शुरूआत करने को कहा। वहीं, उपायुक्त ने सब्जी बेचने वाली महिलाओं को ‘दीदी’ कहकर सम्मानपूर्वक संबोधित करने का भी अपील किया।

योजना केवल आर्थिक नहीं, सामाजिक सशक्तिकरण का माध्यम

बैठक में पीएम स्व निधि योजना के तहत स्ट्रीट वेंडरों को पीएम श्रम योगी मानधन योजना, पीएम जीवन ज्योति बीमा योजना, पीएम सुरक्षा बीमा योजना, पीएम जन धन योजना, जननी सुरक्षा योजना, मातृ वंदना योजना, वन नेशनल वन राशन कार्ड योजना व अन्य सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के समन्वय की स्थिति की भी समीक्षा की। उपायुक्त ने कहा कि यह योजना केवल आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि स्वाभिमान और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक ठोस पहल है।  

ये अधिकारी रहे मौजूद 

मौके पर उप विकास आयुक्त शताब्दी मजूमदार, अपर नगर आयुक्त संजीव कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी जगरनाथ लोहरा, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी डा. सुमन गुप्ता, सहायक नगर आयुक्त प्रियंका, सहायक नगर आयुक्त जयपाल सिंह, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह आदि मौजूद थे।

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