डीसी ने छात्रों को दिया संदेश, मेहनत का कोई शार्ट कट नहीं है


बोकारो जिला को मैट्रिक – इंटर परीक्षा परिणाम में राज्य के टॉप थ्री जिलों में स्थान दिलाने के उद्देश्य से उपायुक्त अजय नाथ झा की अध्यक्षता में शुक्रवार को समाहरणालय सभागार में एक अति महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले के सभी सरकारी माध्यमिक, उच्च माध्यमिक विद्यालयों एवं स्थापना अनुमति प्राप्त विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों ने हिस्सा लिया। बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा 2026 में विद्यार्थियों के परिणाम को बेहतर बनाना था। मौके पर अपर समाहर्ता मो. मुमताज अंसारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री जगरनाथ लोहरा, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह, सहायक परियोजन पदाधिकारी श्री अविनव सिन्हा समेत अन्य उपस्थित थे।

मेहनत का कोई शॉर्टकट नहीं - उपायुक्त


बैठक को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि बोकारो को राज्य के टॉप थ्री जिलों में लाने के लिए सभी शिक्षकों और विद्यालय प्रबंधन को समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ कार्य करना होगा। विद्यार्थियों को यह समझाना आवश्यक है कि मेहनत का कोई शॉर्टकट नहीं होता। उन्होंने सभी प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया कि वे अपने विद्यालयों में अध्ययन वातावरण को सुदृढ़ करें और प्रत्येक छात्र तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षण पहुंचाना सुनिश्चित करें।उपायुक्त ने कहा कि प्रत्येक प्रखंड स्तर पर सभी विषयों के डेडिकेटेड शिक्षकों का पैनल तैयार किया जाए, ताकि आवश्यकता पड़ने पर किसी विद्यालय में शिक्षण सहयोग उपलब्ध कराया जा सके।उन्होंने निर्देश दिया कि शिक्षकों का यह पैनल छात्रों की टेस्ट सीरीज, प्रि-टेस्ट और परिचर्चा सत्रों में भी सक्रिय भूमिका निभाए।

छह नवंबर से शुरू होगी टेस्ट सीरीज

बैठक में बताया गया कि जिले के सभी विद्यालयों में आगामी 06 नवंबर से टेस्ट सीरीज प्रारंभ की जाएगी। प्रत्येक टेस्ट में किसी एक विषय के 2 पाठों से प्रश्न पूछे जाएंगे। इस प्रकार कुल पांच टेस्ट सीरीज आयोजित की जाएंगी, जबकि छठी टेस्ट सीरीज में पूरे पाठ्यक्रम से प्रश्न शामिल होंगे।कहा कि प्रत्येक टेस्ट के बाद उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जाए और उसी दिन अपराह्न में कक्षा चर्चा कर छात्रों को फीडबैक दिया जाएगा। इससे बच्चों को अपनी गलतियों को समझने और सुधारने का अवसर मिलेगा।उपायुक्त ने सभी विद्यालयों को निर्देश दिया कि टेस्ट सीरीज के परिणामों का छात्र वार – विद्यालय वार विश्लेषण किया जाए और उसी के आधार पर मासिक समीक्षा बैठक आयोजित की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी टेस्ट में सभी बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए और अनुपस्थित विद्यार्थियों से  कारण पूछा जाए।

बच्चों को प्रोत्साहित करें - प्रि टेस्ट और परिचर्चा में बढ़ाएं भागीदारी

उपायुक्त ने प्रधानाध्यापकों से कहा कि विद्यार्थियों को प्रि-टेस्ट और परिचर्चा सत्रों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाए, ताकि वे परीक्षा के प्रारूप से भलीभांति परिचित हो सकें। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास विद्यार्थियों में आत्मविश्वास बढ़ाएंगे और परिणामों में सकारात्मक बदलाव लाएंगे। 


और नया पुराने