समाहरणालय सभागार में बुधवार को उपायुक्त अजय नाथ झा के निर्देशानुसार उप विकास आयुक्त शताब्दी मजूमदार ने जिला समन्वय समिति की महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में विभिन्न विभागों की योजनाओं की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की गई। डीडीसी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि आदि कर्मयोगी अभियान के तहत तय समय सीमा के भीतर सभी पंचायतों का विलेज एक्शन प्लान समन्वय बनाकर तैयार किया जाए, ताकि योजनाओं का क्रियान्वयन जमीनी स्तर पर शुरू किया जा सके। आदि कर्मयोगी के जिला नोडल पदाधिकारी सह अपर समाहर्ता मो. मुमताज अंसारी ने विस्तार से कार्य योजना से सभी संबंधित पदाधिकारियों को अवगत कराया। बताया कि जिले के 125 गांवों को अभियान के तहत विलेज मास्टर प्लान तैयार करना है, जिसमें सभी विभागों के साथ लाइन डिपार्टमेंट का भी अहम योगदान है। उन्होंने प्रखंड – पंचायत स्तर पर सबों को समन्वय बनाकर ट्रांसिट वाक के कार्य को पूरा करते हुए विलेज एक्सन प्लान (विएपी) तैयार करने को कहा।
पूर्ण योजनाओं का भौतिक निरीक्षण अनिवार्य
बैठक में डीडीसी ने निर्देश दिया कि जिला परिषद द्वारा पूर्ण की गई योजनाओं का बीडीओ एवं सीओ स्तर से भौतिक निरीक्षण किया जाए और इसकी रिपोर्ट शीघ्र जिला स्तर पर समर्पित की जाए। निरीक्षण रिपोर्ट से योजनाओं की गुणवत्ता और पारदर्शिता सुनिश्चित होगी। ताकि कार्य करने वाले एजेंसियों का भुगतान की प्रक्रिया की जा सकें। जिले में 118 आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए भूमि चिन्हित करने की जिम्मेदारी अंचल अधिकारियों को दी गई। साथ ही डीडीसी ने डीएसडब्ल्यूओ को निर्देशित किया कि वे अंचलवार अद्यतन सूची उपलब्ध कराएं। मनरेगा के तहत निर्माणाधीन आंगनबाड़ी केंद्रों में तेजी लाकर समयबद्ध तरीके से पूरा करने का निर्देश दिया।
विद्यालयों से जुड़ी समस्याओं पर विभागीय प्राथमिकता
बैठक में विद्यालयों से जुड़ी कई समस्याओं पर चर्चा हुई, जिनमें विद्युत कनेक्शन, पहुंच पथ, भूमि विवाद एवं चाहर दिवारी निर्माण मुख्य थे। डीडीसी ने संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि इन कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करें ताकि बच्चों को किसी तरह की कोई समस्या नहीं हो। सहकारिता विभाग द्वारा जिले के विभिन्न प्रखंडों में 500 मैट्रिक एवं जिला स्तर पर 2500 मैट्रिक टन क्षमता वाले गोदामों के निर्माण का प्रस्ताव रखा गया। इसके लिए सभी अंचल अधिकारियों को भूमि चिन्हित कर शीघ्र विवरणी उपलब्ध कराने को कहा गया, ताकि अनाज भंडारण क्षमता बढ़ सके। आपदा प्रबंधन से संबंधित मामलों पर चर्चा करते हुए डीडीसी ने कहा कि सड़क दुर्घटना/डुबने आदि में मृतक के परिजनों/पीड़ितों को मुआवजा देने की प्रक्रिया में तेजी लाना जरूरी है। अंचल स्तर से जिला भेजे जाने वाले अभिलेखों में सभी आवश्यक दस्तावेज स्पष्ट रूप से संलग्न हों, जिससे लाभार्थियों को समय पर राहत मिल सके। इसे सभी अंचलाधिकारियों को सुनिश्चित करने को कहा।
पेंशन लाभुकों का डीएलसी सत्यापन जरूरी
बैठक में सभी पेंशन योजनाओं की प्रगति पर भी समीक्षा की गई। डीडीसी ने निर्देश दिया कि अभियान चलाकर सभी पेंशन लाभुकों का डीएलसी सत्यापन कार्य पूर्ण करें। साथ ही एनएसएपी पेंशन और जेएमएमएसवाई के अंतर्गत छूटे हुए लाभुकों का आधार सिडिंग एवं मैपिंग कार्य शीघ्र पूरा करने को कहा। बैठक में यह भी चर्चा किया गया कि बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत शेष बचे पौधरोपण कार्य को संबंधित प्रखंड अभियान चलाकर पूरा करें। डीडीसी ने कहा कि हरित ग्राम योजना ग्रामीण अंचलों के पर्यावरण संरक्षण और रोजगार उपलब्धता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। बैठक के समापन पर उप विकास आयुक्त श्रीमती शताब्दी मजूमदार ने सभी अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि समन्वय बनाकर योजनाओं का समयबद्ध निष्पादन सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि योजनाओं की प्रगति की निगरानी नियमित रूप से की जाएगी और लापरवाही की स्थिति में संबंधित पदाधिकारी की जवाबदेही तय होगी। उन्होंने बैठक में बिना किसी पूर्व सूचना के अनुपस्थित रहने वाले पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया।
अधिकारियों को दिए गए विशेष निर्देश
बैठक में जिला समाज कल्याण शाखा, जिला मत्स्य कार्यालय, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल चास/तेनुघाट, जिला कल्याण शाखा, जेएसएलपेस, जिला ग्रामीण विकास शाखा, प्रखंड विकास कार्यालय चंद्रपुरा, शिक्षा विभाग, जिला सहकारिता विभाग, आपदा प्रबंधन शाखा, सामाजिक सुरक्षा, प्रखंड कार्यालय चास/गोमिया आदि के मामलों की समीक्षा कर संबंधित विभाग के वरीय पदाधिकारियों को जरूरी दिशा – निर्देश दिया। मौके पर डीपीएलआर मेनका, अपर समाहर्ता मुमताज अंसारी, अनुमंडल पदाधिकारी चास प्रांजल ढ़ांडा, अनुमंडल पदाधिकारी बेरमो मुकेश मछुआ, जिला परिवहन पदाधिकारी मारूति मिंज, जिला आपूर्ति पदाधिकारी शालिनी खालखो, जिला भू अर्जन पदाधिकारी द्वारिका बैठा, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रवि कुमार, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी डा. सुमन गुप्ता, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा पियूष, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह, नोडल पदाधिकारी पंकज दूबे, डीडीएमओ शक्ति कुमार समेत सभी संबंधित विभागों के पदाधिकारी, प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी – अंचलाधिकारी आदि उपस्थित थे।