अपने को सीआरपीएफ का अस्सिटेंट कमाण्डेंट बताकर ट्रैफिक पुलिस के एएसआई को वर्दी खुलवाने की धमकी देने वाले शख्स को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. बुधवार को दिन में 3.30 बजे ट्रैफिक थाना के पदाधिकारी एएसआई ओशो प्रदीप अपने सहकर्मियों के साथ नया मोड़ स्थित यातायात थाने के पास वाहन जांच कर रहे थे. उसी क्रम में एक पल्सर बाइक संख्या JH-09AG-7432 पर सवार एक व्यक्ति बिना हेलमेट पहने गुजर रहे थे, उसी समय उनकी गाड़ी को रोका गया तो उन्होंने कहा कि तुमलोग एक सरकारी ऑफिसर को परेशान कर रहे हो. उसने अपने को सीआरपीएफ का अस्सिटेंट कमाण्डेंट बताते हुए कहा कि वो छत्तीसगढ़ के सुकमा में पदस्थापित है. परिचय पत्र मांगने पर उस व्यक्ति के द्वारा अपने मोबाईल में संतोष कुमार, रैंक सहायक कमांडेंट अंकित आईडी दिखाया गया. परिचय पत्र में लगी फोटो को देखने पर पता चला कि उसके चेहरे से आईडी कार्ड में लगा फोटो बिल्कुल नहीं मिल रहा है.
उसके बाद जांच टीम को छानबीन में मिला दो अन्य परिचय पत्र
उसके बाद जांच टीम द्वारा उक्त व्यक्ति के मोबाईल लेकर छानबीन करने पर मोबाईल में दो अन्य परिचय पत्र भी मिला। एक में राष्ट्रीय सुरक्षा गारद (NSG) का असीम कुमार सिंह नाम का आईडी कार्ड जबकि CRPF का संदीप कुमार का पहचान पत्र पाया गया। सख्ती से पूछताछ करने पर मोटरसाईकिल सवार व्यक्ति के द्वारा बताया गया कि उपरोक्त पहचान पत्रों का ये गलत उपयोग कर अपना काम निकालते है। पूछताछ के क्रम में उन्होंने अपना वास्तविक नाम अश्विनी कुमार ठाकुर, पिता स्व० हीरालाल ठाकुर सा० क्वार्टर नं०-जे/186/HECL जोशी कालोनी थाना बीएससिटी जिला- बोकारो बताया। पूर्व में भी फर्जी पहचान पत्र को दिखाकर यह पुलिस वालों को डराने धमकाने की बात स्वीकार की है। उसके पास से एक ब्लू रंग का पल्सर बाइक, एक विवो कंपनी का मोबाइल और तीन फर्जी आईडी कार्ड बरामद किया गया है.
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