समाहरणालय स्थित सभागार में बुधवार को उपायुक्त अजय नाथ झा की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले में हो रही सड़क दुर्घटनाओं के कारणों की समीक्षा की गई और उनके प्रभावी नियंत्रण को लेकर चर्चा किया गया। उपायुक्त ने कहा कि एक भी जान का नुकसान बहुत बड़ा नुकसान है, और इसे रोकने के लिए हमें सभी जरूरी कदम उठाने होंगे। उन्होंने जिला परिवहन पदाधिकारी (डीटीओ) मारूति मिंज से पिछले माह हुए सड़क दुर्घटनाओं की विस्तृत जानकारी ली और जरूरी दिशा – निर्देश दिया। कहा कि पिछले माह सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई है। यह ठीक है, लेकिन यह आगे भी सुनिश्चित हो और दुर्घटनाओं में और कमी आएं, इसके लिए सतत प्रयास जरूरी है।
सड़क जाम करने वालों के खिलाफ करें प्राथमिकी दर्ज
उपायुक्त ने सड़क किनारे अवैध पार्किंग को गंभीर समस्या बताते हुए कहा कि ट्रक चालकों और ट्रांसपोर्टरों की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अवैध पार्किंग करने वालों के विरुद्ध सख्ती से निपटें। बार–बार अवैध पार्किंग करने वालों - नियम तोड़ने वाले चालकों – ट्रांसपोर्टरों के लाइसेंस को रद्द करने की कार्रवाई करें। बैठक में उपायुक्त ने कहा कि प्रशासन हर समस्या सुनने और समाधान निकालने के लिए तत्पर है। लेकिन किसी को भी कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है। यातायात व्यवस्था में बाधा डालने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने सड़क जाम करने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया।
जियाडा क्षेत्र की सड़क और ट्रैफिक प्रबंधन पर करें काम
बैठक में उपायुक्त ने बियाडा औद्योगिक क्षेत्र की जर्जर सड़कों की मरम्मति व पुनर्निर्माण को प्राथमिकता दिया। कहा कि जिला परिवहन पदाधिकारी – कार्यपालक अभियंता सड़र निर्माण विभाग इस पर काम करें। उन्होंने वैकल्पिक सड़क निर्माण का प्रस्ताव तैयार करने, औद्योगिक एवं वाणिज्यिक क्षेत्रों (जियाडा-चास आदि) में यातायात दबाव कम करने के लिए वन-वे रणनीति लागू करने पर मंथन कर प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया। कहा कि सुगम सड़क और उचित ट्रैफिक प्रबंधन से दुर्घटनाएं कम होंगी और लोगों को राहत मिलेगी। जिले से होकर गुजरने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) 23, 32 और 218 के ब्लैक स्पॉट और वरनेवल स्पॉट पर सड़क दुर्घटनाओं की घटनाओं को रोकने के लिए उपायुक्त ने ठोस कदम सुझाएं। उन्होंने आवश्यकतानुसार चिन्हित स्थलों पर बैरिकेटिंग लगाने, चेतावनी सूचक बोर्ड एवं साइनज का अधिष्ठापन करने एवं बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चालकों पर विशेष निगरानी रखी जाए और नियम तोड़ने वालों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए।
सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए करें प्रयास
उपायुक्त ने सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए सभी संबंधित विभागों को मिलकर काम करने का निर्देश दिया। उन्होंने यातायात पुलिस को क्षेत्रों में नियमित जांच अभियान चलाने, परिवहन विभाग को वाहन चालकों को नियमों का पालन सुनिश्चित कराये, स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया गया कि सड़क दुर्घटना पीड़ितों को त्वरित उपचार मिल सके। एनएचआइ एवं अन्य एजेंसियां आम जनता को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता अभियान चलाएं। उपायुक्त ने बैठक क्रम में कहा कि सड़क सुरक्षा केवल प्रशासन की नहीं, बल्कि समाज की भी सामूहिक जिम्मेदारी है। यदि हम सभी मिलकर सावधानी बरतें तो सड़क दुर्घटनाओं में उल्लेखनीय कमी लाई जा सकती है। बैठक में उपायुक्त ने गुड सेमेरिटन योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार करने का निर्देश दिया। कहा कि, आम नागरिकों को प्रेरित किया जाए कि दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को गोल्डेन आवर में अस्पताल पहुंचाने में सहयोग करें। पीड़ित को समय पर अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्ति को इस योजना के तहत सम्मान और प्रोत्साहन दिया जाता है। इस योजना की जानकारी प्रत्येक गांव, मोहल्ले और संस्थान तक पहुचे, ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें।
दो गुड सेमेरिटन को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया
बैठक के अंत में उपायुक्त अजय नाथ झा ने कहा कि सड़क सुरक्षा और यातायात अनुशासन सुनिश्चित करने के लिए ठोस कार्ययोजना बनाकर उसका कड़ाई से पालन किया जाए। उन्होंने कहा कि हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है कि जिले की सड़कों को सुरक्षित बनाया जाए। प्रशासन, पुलिस, परिवहन विभाग और आम जनता मिलकर ही एक सुरक्षित यातायात व्यवस्था सुनिश्चित कर सकते हैं। इसके अलावा कई अन्य बिंदुओं पर भी समीक्षा कर जरूरी दिशा – निर्देश दिया। मौके पर विधायक प्रतिनिधि बेरमो, अपर समाहर्ता मुमताज अंसारी, जिला परिवहन पदाधिकारी मारूति मिंज, अनुमंडल पदाधिकारी चास प्रांजल ढांडा, ट्रैफिक डीएसपी विद्या शंकर, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह, उत्पाद सदर निरीक्षक, कार्यपालक अभियंता आरसीडी, सड़क सुरक्षा समिति के सदस्य आदि उपस्थित थे।