झारखंड के महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक के निर्देशानुसार नक्सल प्रभावित इलाकों में लगातार उग्रवाद निरोधी अभियान चलाया जा रहा है।
गुप्त सूचना से खुला बड़ा राज
इसी क्रम में 26 मई को समय 10 बजे पुलिस अधीक्षक, पलामू को गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि भाकपा (माओवादी) के शीर्ष उग्रवादी नेता सक्रिय है।
रिजनल कमांडर नितेश यादव उर्फ ईरफान उर्फ नंदू उर्फ किरानी, ₹15 लाख इनामी,
जोनल कमांडर संजय यादव उर्फ गोदराम जी उर्फ बुधराम जी, ₹10 लाख इनामी,
एरिया कमांडर इम्तियाज अंसारी उर्फ ठेगन मियां,
एरिया कमांडर तुलसी भुईया,
ये सभी अपने दस्ते के साथ हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम नैया, केमो एवं प्रतापुर के जंगलों व पहाड़ियों में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं।
विशेष अभियान दल का गठन
सूचना के सत्यापन एवं त्वरित कार्रवाई हेतु पुलिस अधीक्षक, पलामू के निर्देश पर एक विशेष अभियान दल का गठन किया गया।
मुठभेड़ की शुरुआत – जंगल में गोलियों की गूंज
26 मई की संध्या करीब 05:30 बजे सुरक्षाबलों ने नैया, केमो एवं प्रतापुर के जंगल में पहुंचकर जब आगे बढ़ना शुरू किया, तभी नक्सलियों ने पुलिस बल को देखते ही अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी।
पुलिस द्वारा आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई की गई।
तुलसी भुईया ढेर – भारी मात्रा में हथियार बरामद
मुठभेड़ समाप्त होने के बाद सर्च ऑपरेशन में एरिया कमांडर तुलसी भुईया का शव बरामद हुआ।सर्च ऑपरेशन में बहुत सारी राइफल, मैगजीन आदि बरामद किया गया है।