गोपनीय स्थित कार्यालय कक्ष में उपायुक्त अजय नाथ झा ने बीएसएल प्रबंधन, डीपीएलआर और पंचायती राज विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें उन्होंने कहा कि विस्थापित परिवार के युवाओं को रोजगार और आजीविका से जोड़े जाने को लेकर जिला प्रशासन और बीएसएल प्रबंधन मिलकर संयुक्त रूप से एक वृहत अभियान चलाएं। इसके लिए सभी पक्ष खुले मन से मिलकर प्रयास करें।
20 गांवों को पंचायत में जोड़ने की प्रक्रिया तेज की जाए
बैठक में बीएसएल प्रबंधन, डीपीएलआर, पंचायती राज पदाधिकारी समेत अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे। बैठक मे जिले के 20 गांवों (वैद्यमारा, कुण्डौरी, महेशपुर, शिबुटांड, पंचौरा, कनफट्टा, महुआर, बदरोटांड, पिपराटांड, धनडबरा, उकरीद, बनसिमली, जरीडीह, कनारी, मानगो, रानीपोखर, करहरिया, नरकरा, धरमपुरा एवं भतुआ) को पंचायत से जोड़, वहां रहने वाले लोगों को बुनियादी सुविधाओं से युक्त कराना, रोजगार उपलब्ध कराना रहा। उपायुक्त ने कहा कि जिला मुख्यालय से सटे 20 गांवों को पंचायत से जोड़ने की प्रक्रिया तेज की जाए। ताकि इन गांवों में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें और लोगों को सरकारी योजनाओं का पूरा लाभ मिल सके।
स्थानीय लोगों को हर क्षेत्र में रोजगार मिलना चाहिए
बैठक में उपायुक्त ने साफ तौर पर कहा कि स्थानीय लोगों, विस्थापितों को हर क्षेत्र में रोजगार मिलना चाहिए। उन्होंने इस दिशा में सभी संबंधित विभागों एवं बीएसएल प्रबंधन से तालमेल कर रोजगारपरक योजनाएं तैयार करने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने कहा कि हमारा प्रयास होना चाहिए कि स्थानीय युवाओं को अपने ही जिले में सम्मानजनक रोजगार उपलब्ध हो।
15 मई को निर्णय के मुताबिक अप्रेंटिस की बहाली हो
उपायुक्त ने पिछले 15 मई 2025 को जिला प्रशासन - बीएसएल एवं विस्थापित अप्रेंटिस संघ के साथ हुई बैठक में जो निर्णय लिया गया था। उसका अनुपालन शत प्रतिशत सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने प्रत्येक माह 50 अप्रेंटिस व्यक्तियों की नियुक्ति तय अनुपात के तहत करने की बात कहीं। उन्होंने अगले माह के प्रथम सप्ताह में होने वाली बैठक में इन सभी मुद्दों पर विस्तृत चर्चा व समीक्षा करने और बैठक में पूरी तैयारी, संबंधित दस्तावेज के साथ उपस्थित होने की बात कहीं।