जेईई एडवांस्ड 2025 में डीपीएस बोकारो का जलवा, 30 से अधिक छात्र सफल

बोकारो: दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) बोकारो के विद्यार्थियों ने इंजीनियरिंग की संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) एडवांस्ड- 2025 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए अपनी कामयाबी का परचम लहराया। सोमवार को जारी किए गए परीक्षा परिणाम के अनुसार खबर लिखे जाने तक 30 से अधिक विद्यार्थियों के सफल होने की सूचना है। विद्यालय के छात्र आरुष बनर्जी ने कॉमन रैंक लिस्ट (सीआरएल) में अखिल भारतीय स्तर पर 2020वीं रैंक लाकर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। दूसरे स्थान पर कैटेगरी रैंक 2393 लाने वाले मृत्युंजय कुमार और तीसरे पायदान पर सामान्य श्रेणी में एआईआर 2768 हासिल करने वाले प्रिंस कुमार पांडेय रहे।

कैटेगरी रैंक में रितेश चौथे स्थान पर

कैटेगरी रैंक 3679 के साथ रितेश कुमार महतो चौथे तथा 3804 (कैटेगरी) रैंक लाकर हर्षवर्द्धन पांचवें स्थान पर रहे। इनके बाद क्रमशः अमृत राज (6087 - कैटेगरी रैंक), अभिनीत शरण (एआईआर 9052) और आशीष कुमार (एआईआर 10203) सहित मनीष कुमार, अपूर्व झा, अभय शंकर सिंह, सादिक कमर, अनूप झा, उत्कर्ष राज, आर्यन कुमार, मयंक राज, अधृत सिंह, अक्षित कुमार, अभिनव कश्यप, सैयद असदुल्लाह, आकर्ष दुबे आदि ने भी उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है। अन्य सफल विद्यार्थियों के नाम आने की भी संभावना है।

सफल छात्र अब आईआईटी में एडमिशन लेंगे

एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) की ओर से जेईई (ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन) मेन दो सत्रों में आयोजित किया गया था। पहले सत्र की परीक्षाएं 22-31 जनवरी, 2025 तथा दूसरे सत्र की 02-09 अप्रैल, 2025 की अवधि में ली गई थीं। जेईई एडवांस्ड का आयोजन 18 मई, 2025 को किया गया था। इसमें उत्तीर्ण विद्यार्थी आईआईटी में नामांकन के लिए आवेदन कर पाएंगे। इस संतोषप्रद सफलता पर विद्यालय के प्राचार्य डॉ. ए. एस. गंगवार ने प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने इसे विद्यार्थियों के परिश्रम एवं शिक्षकों के कुशल मार्गदर्शन का परिणाम बताया। साथ ही, सभी सफल छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

अपनी मां को ही अपना आदर्श मानता है टॉपर आरुष

अपनी मां के साथ आरुष बनर्जी

जेईई एडवांस्ड में अखिल भारतीय स्तर पर 2020वीं रैंक पाकर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले डीपीएस बोकारो के होनहार विद्यार्थी आरुष बनर्जी की दिली ख्वाहिश आगे चलकर एक सफल सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने की है। उसने जेईई मेन के सेशन- 2 में 99.76 परसेंटाइल हासिल किया था। जेईई के लिए वह रोजाना 8-9 घंटे पढ़ाई किया करता था। उसे 10वीं में 97.4 प्रतिशत अंक मिले थे तथा इस साल 12वीं में 93 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। चिकित्सक डॉ. देवाशीष बनर्जी एवं शिक्षिका बबीता बनर्जी के होनहार पुत्र आरुष को खगोलीय विज्ञान, शतरंज, वॉलीबॉल आदि खेल में भी काफी रुचि है। आरुष ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपनी मेहनत के साथ-साथ अपने माता-पिता और विद्यालय के शिक्षकों के कुशल मार्गदर्शन को दिया है। वह इंडियन ओलंपियाड क्वालीफायर इन मैथेमेटिक्स (आईओक्यूएम) और खगोलिकी (एस्ट्रोनॉमी) की राष्ट्रीय मानक परीक्षा (एनएसईए) में भी राज्यस्तर पर सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थियों के रूप में अपनी प्रतिभा का परचम लहरा चुका है। वह अपनी मां को अपनी प्रेरणा का स्रोत मानता है।

रोजाना नौ घंटे पढ़ाई करता था मृत्युंजय

अपने माता-पिता के साथ मृत्युंजय

जेईई एडवांस्ड में कैटेगरी रैंक 2393 के साथ विद्यालय में दूसरा स्थान प्राप्त करने वाले मृत्युंजय कुमार ने जेईई की तैयारी के लिए स्कूल के अलावा लगभग नौ घंटे रोजाना पढ़ाई की। रामगढ़ में व्यवसायी कामता प्रसाद एवं पारा शिक्षिका गीता देवी के पुत्र मृत्युंजय की इच्छा आगे चलकर बी.टेक. कर कंप्यूटर साइंस के क्षेत्र में करियर बनाने की है। उसे जेईई मेन- 2 में 98.12 परसेंटाइल मिले थे। उसने 10वीं में 96.4 फीसदी अंक पाया था तथा इस बार 12वीं में 93 प्रतिशत अंकों के साथ वह उत्तीर्ण रहा। उसे पढ़ाई के अलावा बैडमिंटन खेलने का काफी शौक है। गणित उसका पसंदीदा विषय है तथा इसकी राष्ट्रस्तरीय प्रतियोगिता एनएमटीसी (नेशनल मैथमेटिक्स टैलेन्ट कॉन्टेस्ट) में भी उसने सफलता पाई थी। मृत्युंजय गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई को अपना रोल मॉडल मानता है।

प्रिंस को फुटबॉल खेलना है बेहद पसंद

अपनी मां के साथ प्रिंस कुमार पांडेय

एआईआर 2768 के साथ जेईई एडवांस्ड में सफल रहे डीपीएस बोकारो के मेधावी विद्यार्थी प्रिंस कुमार पांडेय को फुटबॉल खेलना काफी पसंद है। वह स्कूल में फुटबॉल मैचों में काफी सक्रियता से भाग लिया करता था। उसकी हार्दिक इच्छा कंप्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग करने की है। हजारीबाग में कॉन्ट्रैक्टर जितेन्द्र पांडेय एवं गृहिणी ममता देवी के पुत्र प्रिंस ने जेईई मेन- 2 में 99.65 परसेंटाइल अंक पाया था। वह प्रतिदिन सात से आठ घंटे पढ़ाई किया करता था। उसे 10वीं की परीक्षा में 94.2 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए थे तथा इस बार 12वीं में 94 प्रतिशत अंक पाकर वह उत्तीर्ण हुआ। उसने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता एवं विद्यालय के शिक्षकों के सहयोग को दिया है। वह अपने माता-पिता के साथ-साथ विराट कोहली से काफी प्रेरित है।

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