पर्यावरण संस्थान ने डीसी से की गरगा की सफाई की मांग

 

प्रतिनिधिमंडल ने किया डीसी का स्वागत

स्वास्थ्य एवं पर्यावरण संरक्षण संस्थान का सात सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल महासचिव शशि भूषण ओझा मुकुल के नेतृत्व में बोकारो के नए उपायुक्त अजय नाथ झा से समाहरणालय स्थित उनके कार्यालय में मिलकर स्वागत किया। साथ में उन्हें उन्नत किस्म के आम का एक पौधा उपहार स्वरूप सप्रेम भेंट किया।

गरगा नदी को प्रदूषण और अतिक्रमण से मुक्त करने की अपील

एक ज्ञापन सौंपकर बोकारो की जीवन रेखा गरगा नदी, जिसका पौराणिक नाम गर्ग-गंगा है, को प्रदूषण और अतिक्रमण से मुक्त करने हेतु गुहार लगाई। उन्हें बताया गया कि गंदे नालों के प्रदूषित पानी की सफाई के लिए ना चास नगर निगम, ना बोकारो इस्पात संयंत्र ने ही कोई जल शोधन संयंत्र लगाया है, और अपने क्षेत्र के आवासीय गंदे नालों का पानी इस नदी में अनवरत प्रवाहित कर रहा है। जिससे इसका पानी न सिर्फ काला पड़ गया है बल्कि उससे भयंकर दुर्गंध भी निकलती है।

सहायक नदी सिंगारी जोरिया की स्थिति भी चिंताजनक

इसकी सहायक नदी सिंगारी जोरिया को भी चास नगर निगम ने गंदे नाले में ही तब्दील कर दिया है। नदी को प्रदूषित करना कानूनन अपराध भी है, मगर इसे प्रदूषित करने वाली सरकार से जुड़ी संस्थाओं पर कोई भी करवाई नहीं हो रही है, न ही ये संस्थाएं अपने पर्यावरण विरोधी कार्यों में कोई भी सुधार कर रही हैं।

संस्थान का लगातार प्रयास

वर्षों से स्वास्थ्य एवं पर्यावरण संरक्षण संस्थान द्वारा गरगा नदी को प्रदूषण और अतिक्रमण से बचाने हेतु अनेक कार्यक्रम किए जा रहे हैं तथा सरकार और जिला प्रशासन से भी निवेदन किया जा रहा है।

प्रतिनिधिमंडल में शामिल सदस्य

प्रतिनिधिमंडल में मुकुल के साथ वैद्य गणेश साव, मृणाल चौबे, अजीत भगत, पप्पू चौबे, लक्ष्मण शर्मा और सिमंत उरांव सम्मिलित रहे।

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