समाहरणालय परिसर में आयोजित जनता दरबार में मंगलवार को कुल 56 से अधिक मामलों पर सुनवाई की गई। इसमें जनता दरबार में पहुंची नावाडीह प्रखंड अंतर्गत मुंगो रंगामाटी पंचायत के निवासी बबीता कुमारी को विधवा पेंशन का लाभ दिया गया। बबीता कुमारी का पति भुवनेश्वर कुमार महतो जिनका तेलंगाना के पटनचेरू में काम के दौरान 13 जून, 2024 को निधन हो गया था। उनके पीछे एक वृद्ध मां, एक वर्ष की पुत्री एवं पत्नी को छोड़ गए है। परिवार का भरण पोषण उन्हें के सहारे था। साथ ही बबीता कुमारी ने बताया कि अभी तक मुझे पेंशन का लाभ नहीं दिया जा रहा है और ना ही आवास एवं अन्य कोई लाभ मिला है। अब मेरे परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल हो गया है। इस पर उपायुक्त अजय नाथ झा त्वरित कार्रवाई करते हुए सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया कि उक्त महिला को विधवा पेंशन का लाभ दिया जाय। इस पर सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा पदाधिकारी करवाई करते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी नावाडीह से टेलीफोन करने के बाद तुरंत आधे घंटे के अंदर उक्त महिला को पेंशन का लाभ दिया गया। इस दौरान उक्त महिला ने उपायुक्त का आभार जताया।
प्लांट में कार्यरत स्थायी व ठेका कर्मी सभी बीएसएल परिवार का हिस्सा
जनता दरबार में एक मामला जो बीएसएल (बोकारो स्टील प्लांट) में कार्यरत ठेका श्रमिकों से संबंधित मामले शामिल रहे। जिन्होंने दुर्घटना के बाद समुचित उपचार - आर्थिक सहायता का अभाव, परिवार के भरण – पोषण की समस्या आदि की शिकायत उपायुक्त अजय नाथ झा के समक्ष रखी। ठेका श्रमिक स्टेशन रोड कुर्मीडीह निवासी रघुनाथ गोरांई ने बताया कि बीएसएल के ठेका कंपनियों के माध्यम से प्लांट में कार्य करने के दौरान वह दुर्घटनागस्त हो गएं। रघुनाथ का दोनों पैर कट गया है। साथ ही बताया गया कि घटना के समय कंपनी द्वारा जो तय किया गया, उसका अनुपालन नहीं हो रहा है। उन्हें लंबे समय तक इलाज की जरूरत है, लेकिन संबंधित कंपनी किसी भी तरह की सहायता देने में आनाकानी कर रही है। उधर, पैर से दिव्यांग हो जाने के कारण परिवार के समक्ष भरण – पोषण की भी समस्या उत्पन्न हो गई है। इस पर उपायुक्त झा ने गंभीर रुख अपनाते हुए कहा कि बीएसएल में कार्यरत कोई भी कर्मी – चाहे वह स्थायी हो या ठेका श्रमिक – बीएसएल परिवार का हिस्सा है। ऐसे में किसी भी दुर्घटना की स्थिति में उसका इलाज कराना और उसका साथ देना प्रबंधन की नैतिक जिम्मेदारी है। उपायुक्त ने ऐसे मामलों का संवेदनशीलता से निष्पादन के लिए बीएसएल प्रबंधन को इस दिशा में कार्रवाई करने एवं एक स्पष्ट नीति बनाने को कहा। ताकि सभी कर्मियों को यह भरोसा मिल सके कि संकट की घड़ी में संस्थान उनके साथ खड़ा है। उन्होंने मामलों की जांच एवं बीएसएल प्रबंधन से इस बाबत पत्राचार करने के लिए संबंधित पदाधिकारियों को निर्देशित किया है।
विभिन्न विभागों से संबंधित रही शिकायतें
जनता दरबार में जिन विषयों से संबंधित आवेदन प्राप्त हुए। उनमें प्रमुख रूप से भूमि अतिक्रमण, जमीन पर अवैध कब्जा, सामाजिक सुरक्षा पेंशन, सिविल सर्जन कार्यालय, जिला कल्याण पदाधिकारी, अबुआ आवास, जिला शिक्षा पदाधिकारी आदि शामिल रहा। जनता दरबार में उप विकास आयुक्त शताब्दी मजूमदार, डीपीएलआर निदेशक मेनका, अपर समाहर्ता मुमताज अंसारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रवि कुमार, सामाजिक सुरक्षा पदाधिकारी पीयूष कुमार समेत अन्य उपस्थित थे।