मुख्य अतिथि ने टॉपरों को किया सम्मानित
मुख्य अतिथि कुंदन कुमार ने टॉपर बच्चों को सम्मानित किया और उन्हें मोमेंटो और सर्टिफिकेट दिया| उन्होंने विद्यार्थियों और अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि सभी ने अच्छा प्रदर्शन किया है । उन्होंने कहा कि चिन्मय विद्यालय पूरे बोकारो सहित झारखण्ड एवं देश का गौरव है| इसके प्रबंधन और चिन्मय मिशन के कुशल मार्गदर्शन के कारण आज बोकारो का चिन्मय विद्यालय पूरे भारत में जाना जा रहा है । उन्होने विद्यालय कि सराहना करते हुए कहा कि नैतिकमूल्यो को शिक्षा के साथ संतुलित कर के आगे बढते हुए छात्रो ने स्वार्गिण विकास का निर्माण किया जाता है। जिससे छात्र-छात्राऐ वेश्विक स्तर पर विश्व का नेतृत्व कर सके।
संगीत और नृत्य से अलौकिक हुआ माहौल
चिन्मय विद्यालय के स्थापना दिवस कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत गीत के साथ हुई । इसके बाद गणेश वंदना पर हुए स्वागत नृत्य ने सबका मन मोह लिया| इसी क्रम में, पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों ने 'यमराज का निमंत्रण' नामक हिन्दी स्कीट की प्रस्तुति दी । इसपर पूरा हॉल हंसी और ठहाकों से गूंज उठा. अब समय था एक भव्य आर्केस्ट्रा का, जिसे पांचवी से नौवीं तक के विद्यार्थियों ने तबला एवं गिटार से जुगलबंदी प्रस्तुत किया । हिन्दी के बाद अंग्रेजी भाषा की स्कीट 'हैमलेट - द ट्रैजिक हीरो' को कक्षा सातवीं और आठवीं के विद्यार्थियों ने प्रस्तुत किया| 'यूनिटी इन डायवर्सिटी' नामक नृत्य से पहली कक्षा के बच्चों ने कार्यक्रम में उपस्थित सबका दिल जीत लिया| इस में देश के विभिन्न राज्यो के लोक-नृत्य प्रस्तुती कि गई । कार्यक्रमों की लड़ी यही नहीं थमी| कक्षा तीसरी से पांचवी तक के छात्रों ने फ्यूजन डांस प्रस्तुत किया । इसने पूरे हॉल को उर्जा और उमंग से भर दिया । कक्षा आठवीं और नौवीं के विद्यार्थियों ने 'आरम्भ है प्रचंड' प्रेरणादायक गीत की प्रस्तुति से सबके अंदर ऊर्जा का संचार किया ।
शिक्षा के क्षेत्र में उपलब्धि स्कूल का उद्देश्य
चिन्मय मिशन बोकारो की आचार्या स्वामिनी संयुक्तानंद सरस्वती ने स्थापना दिवस में दिए अपने खास संदेश में कहा कि चिन्मय विद्यालय बोकारो ने अब तक कड़ी मेहनत करके बोकारो के विद्यार्थियों के लिए विश्व स्तरीय मंच तैयार करने की कोशिश की है, जिससे बच्चों का उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित किया जा सके । शिक्षा के क्षेत्र में विशेष उपलब्धि प्राप्त करना ही स्कूल का उद्देश्य है । इसमें स्कूल परिवार सफल भी रहा है । आज देश के साथ विदेश में भी चिन्मय विद्यालय बोकारो के स्टूडेंट स्कूल, शहर और राज्य का नाम रोशन कर रहे हैं ।सचिव महेश त्रिपाठी ने कहा, चिन्मय विद्यालय का लक्ष्य शिक्षा देने से ज्यादा महत्व बच्चों को संस्कार देना है । विद्यालय में सबसे अहम योगदान शिक्षकों व अभिभावकों का होता है । विद्यालय का असल उद्देश्य सिर्फ शिक्षा न हो कर बच्चों को एक जिम्मेदार नागरिक भी बनाना होता है, जो कि अनुशासन में रह कर ही हो सकता है । अध्यक्ष विश्वरूप मुखोपाध्याय ने स्थापना दिवस पर दिए अपने खास संदेश में कहा कि हर बच्चा अपने आप में विशिष्ट होता है ।
शिक्षा के साथ गुणवत्ता पर जोर-सूरज शर्मा
चिन्मय विद्यालय के प्राचार्य सूरज शर्मा ने इस खास मौके पर स्कूल के इतिहास के बारे में जानकारी दी । उन्होंने कहा कि चिन्मय की शिक्षा और ज्ञान से यहां के विद्यार्थी पूरे भारत को रौशन कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि चिन्मय के विद्यार्थी देश के हर सेक्टर में एक अलग ही मुकाम हासिल कर रहे हैं । श्री शर्मा ने सभी विद्यार्थियों को अव्वल आने पर शुभकामनाएं दी । शर्मा ने कहा कि चिन्मय विद्यालय का विद्यार्थी, प्रबंधन और सभी शिक्षक विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं ।