विश्व आदिवासी दिवस पर लुगु बूरू में दिशोम गुरु स्व. शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि

 


विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर जिला प्रशासन व आदिवासी समाज की ओर से बोकारो जिले के ललपनिया स्थित  लुगु बूरू घण्टाबाड़ी में दिशोम गुरु शिबू सोरेन को समर्पित श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर उपायुक्त अजय नाथ झा, पुलिस अधीक्षक हरविंदर सिंह समेत जिले के अन्य पदाधिकारी और आदिवासी समाज के गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे।


मौन रखकर दी गई भावपूर्ण श्रद्धांजलि

आदिवासी समाज की ओर से आयोजित इस सभा में दिशोम गुरु के जीवन, संघर्ष और आदिवासी चेतना के प्रति उनके योगदान को भावपूर्ण ढंग से याद किया गया। सभा की शुरुआत दो मिनट का मौन रखकर बाबा दिशोम गुरु को श्रद्धांजलि अर्पित करने से हुई।


नशामुक्त समाज – शिक्षा व समग्र विकास का लिया संकल्प

सभा को संबोधित करते हुए उपायुक्त अजय नाथ झा ने कहा कि बोकारो को नशामुक्त बनाना और शिक्षा को हर घर तक पहुँचाना हम सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि नशे से मुक्ति, शिक्षा का विस्तार और समग्र विकास – यही बाबा दिशोम गुरु को हमारी ओर से सच्ची श्रद्धांजलि होगी। जिले का एक भी बच्चा बुनियादी शिक्षा से वंचित नहीं हो, इसके लिए प्रशासन प्रतिबद्ध है। सभी का नामांकन आंगनबाड़ी केंद्रों, आंगनबाड़ी केंद्र से प्राथमिक विद्यालय एवं प्राथमिक विद्यालय से उच्च विद्यालय में हो, इसकी निगरानी की जाएगी। 


दिशोम गुरु के नाम पर चलेगा नशामुक्ति अभियान

युवाओं को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि नशा और सामाजिक बुराइयों से दूर रहकर शिक्षा, कौशल और रोजगार की दिशा में आगे बढ़ना ही भविष्य को उज्जवल बनाएगा। उन्होंने बाबा शिबू के नाम से नशामुक्ति का अभियान चलाने, समाज को जागरूक करने की बात कहीं। जिससे समाज के लोग स्वयं आगे आकर नशा को त्याग करेंगे। उपायुक्त ने बाबा दिशोम गुरु के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उनके द्वारा शुरू किए गए रात्रि पाठशाला, समाज सुधारक की भूमिका... के संबंध में विस्तार से बताया। उनके द्वारा दिखाएं मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। बाबा शिबू सोरेन का लुगुबुरू में आदमकद प्रतिमा होगी, उन्होंने समाज के लोगों से स्थान चिन्हित करने को कहा।


जीवन में शिक्षा का विशेष महत्व

पुलिस अधीक्षक हरविंदर सिंह ने बाबा शिबू सोरेन के जीवनी, उनके संघर्ष के संबंध में बताया। यह सब क्षेत्र जो कभी बहुत नक्सल प्रभावित हुआ करता था, लगातार विकास – प्रगति के कारण ही यहां की पूरी तस्वीर बदली है। पूरा प्रशासन आप सबों के साथ है, सभी लोग सुरक्षित यहां बैठे हुए हैं। उन्होंने अपने संबोधन में शिक्षा को महत्व देने और किसी प्रकार के नशा को अपने समाज – अपने परिवार से दूर रखने की बात कहीं। 


पूजा-अर्चना और समृद्धि का किया प्रार्थना

उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने बाबा लुगुबुरू के मंदिर में पूजा-अर्चना की। इस दौरान उन्होंने जिले और राज्यवासियों की सुख-समृद्धि, शांति और आपसी भाईचारे के लिए विशेष प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि लुगुबुरू केवल धार्मिक स्थल ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक एकता का भी प्रतीक है। एसडीओ बेरमो मुकेश मछुआ ने कहा कि बाबा दिशोम गुरु द्वारा सूदखोरी और महाजनीय प्रथा के विरुद्ध किए गए आंदोलन, किसानों, दलित पीड़ित सभी वर्गों के शोषण को बंद करने के लिए उन्होंने कार्य किया। उनके बारे में जितना भी कहा जाए कम है। मौके पर जिला नजारत उप समाहर्ता प्रभाष दत्ता, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रवि कुमार, जिला कल्याण पदाधिकारी एनएस कुजूर, कार्यपालक दंडाधिकारी कनिष्क कुमार, आदिवासी समाज के लोग आदि उपस्थित थे।

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