रक्षाबंधन पर बंधा प्यार का अटूट बंधन, बहनों ने मांगी भाई की लंबी उम्र की दुआ


सावन पूर्णिमा के शुभ अवसर पर बहनों ने अपने-अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनके दीर्घायु होने की कामना की। वहीं भाइयों ने बहनों की रक्षा का संकल्प लिया। इस साल सुबह से दिन भर रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त बन रहा था। इसलिए सुबह से रक्षाबंधन के गीत सुनाई देने लगे। घरों से लेकर बाजारों तक रक्षाबंधन के गीत बज रहे थे। 

भैया मेरे राखी के बंधन को निभाना..

भैया मेरे राखी के बंधन को निभाना, भैया मेरे छोटी बहन को ना भुलाना.., चंदा रे मेरे भैया से कहना, बहना याद करे.., हम बहनों के लिए मेरे भैया आता है एक दिन साल में..आदि  गीत सुनाई दे रहे थे। दिन भर बहनें अपने-अपने भाइयों की कलाई में राखी बांधी। राखी बांधने के बाद भाई के माथे पर तिलक लगाया और आरती उतारी। रक्षाबंधन को लेकर बाजारों के मिठाई की दुकानों पर काफी भीड़ देखने को मिली। गांव से लेकर शहर तक रक्षाबंधन में उत्साह का माहौल देखने को मिला।

ब्रम्हाकुमारी में मनाया गया रक्षाबंधन का पर्व

रक्षाबंधन पर्व के शुभ अवसर पर स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया चास शाखा के चीफ मैनेजर अरविंद कुमार को ब्रह्माकुमारी चास सेवा केंद्र प्रभारी सुनीता बहन व स्वस्तिका बहन की ओर राखी बांधी गई। इस दौरान सेवा केंद्र प्रभारी सुनीता बहन ने कहा कि रक्षाबंधन का पावन पर्व इस संसार में पवित्रता और मर्यादाओं के बंधन में बंधने के लिए ईश्वरीय उपहार है। इसे मानवीय संबंधों की गरिमा स्थापित होती है। आत्मा और परमात्मा के बीच पवित्रता का बंधन ही सच्चा रक्षाबंधन है। इससे आत्मा जन्मांतर के लिए विकारों के बंधन से मुक्त हो जाती है। परमात्मा ही हमारे असली रक्षक बनते हैं जो कभी हमारा साथ नहीं छोड़ते।यह पवित्रता सूत्र मन, वचन, कर्म,संबंध, शरीर सर्व प्रकार की शुद्धि से भरे विश्व की ओर ले जाने वाला पवित्रता सूत्र है।

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