बोकारो थर्मल स्थित दामोदर वैली कॉरपोरेशन (डीवीसी) के 500 मेगावाट क्षमता वाले पावर प्लांट में ऐश पाउंड से छाई उठाव को लेकर उत्पन्न अस्थायी समस्या का समाधान जिला प्रशासन के तत्पर हस्तक्षेप से सफलतापूर्वक कर लिया गया है। इस दौरान प्लांट के संचालन या बिजली उत्पादन पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ा। उपायुक्त अजय नाथ झा के निर्देश पर गुरुवार सुबह अपर समाहर्ता (एसी) मुमताज अंसारी एवं अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) बेरमो मुकेश मछुआ ने डीवीसी प्रबंधन एवं श्रमिक प्रतिनिधियों के साथ बीटीपीएस स्थित सभागार में संयुक्त बैठक की। इस बैठक में ऐश पाउंड से छाई उठाव कार्य से संबंधित मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक का मुख्य उद्देश्य तकनीकी समस्याओं को समझना, श्रमिकों की उचित मांगों पर विचार करना तथा उत्पादन गतिविधियों को बिना बाधा जारी रखना रहा।
आहूत बैठक रही सकारात्मक एवं रचनात्मक
बैठक में सभी पक्षों के बीच आपसी संवाद सकारात्मक रहा। डीवीसी प्रबंधन ने उपस्थित अधिकारियों के समक्ष यह आश्वासन दिया कि तकनीकी समस्याओं का समाधान शीघ्र किया जाएगा तथा श्रमिकों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक कदम उठाया जाएगा। श्रमिक प्रतिनिधियों ने भी उत्पादन कार्य को सुचारू बनाए रखने के लिए सहयोग देने का भरोसा जताया। इस सहमति के साथ यह निर्णय लिया गया कि भविष्य में किसी भी प्रकार की तकनीकी या श्रमिक संबंधित समस्या उत्पन्न होने पर संवाद के माध्यम से उसका निराकरण किया जाएगा। उपायुक्त अजय नाथ झा ने पूरी स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखी तथा आवश्यक दिशा-निर्देश समय-समय पर प्रदान किए। उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन का उद्देश्य औद्योगिक इकाइयों में श्रमिक - प्रबंधन के बीच स्वस्थ संवाद और सामंजस्य बनाए रखना है, ताकि औद्योगिक विकास की गति निरंतर बनी रहे।
आपसी संवाद व सहयोग की रखें भावना
जानकारी हो कि, डीवीसी बोकारो थर्मल का 500 मेगावाट पावर प्लांट पूरी तरह से चालू है। प्लांट बंद नहीं हैं। वर्तमान में बिजली उत्पादन सामान्य रूप से जारी है। तकनीकी समस्या – श्रमिकों की कुछ मांगों को लेकर पिछले कई महीने ऐश पाउंड से छाई का उठाव नहीं हो रहा था। डीवीसी प्रबंधन द्वारा अपने स्तर से मामले के समाधान को लेकर कई बार प्रयास किया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली। बाद में, जिला प्रशासन के समक्ष प्रबंधन द्वारा बात रखी गई। जिस पर संज्ञान लेते हुए उपायुक्त ने डीवीसी चेयरमैन से मामले में चर्चा कर समस्या के समाधान के लिए सकारात्मक पहल किया। जिसके बाद आज जिला प्रशासन की अगुवाई में आहूत बैठक में मामले का निष्पादन हुआ। जिला प्रशासन ने औद्योगिक इकाइयों के प्रबंधन और श्रमिकों से आग्रह किया है कि वह आपसी संवाद और सहयोग की भावना बनाए रखें, जिससे जिले की औद्योगिक छवि सशक्त और प्रगतिशील बनी रहे।

