बोकारो अग्निशमन केंद्र के अंतर्गत घटित विभिन्न अग्निकांडों में दमकल कर्मियों की कर्तव्यनिष्ठा एवं साहस ने यह सिद्ध कर दिया है कि सीमित बल एवं संसाधनों के बावजूद भी बड़े से बड़े संकट पर काबू पाया जा सकता है।अग्निशमन केंद्र बोकारो के अधिकारी एवं कर्मियों ने कई चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में अपनी जान की परवाह किए बिना आग पर नियंत्रण पाया और जन-धन की व्यापक क्षति को टालने में सफलता हासिल की। 06 अक्टूबर को बोकारो रेलवे स्टेशन के समीप स्थित गोदावरी कोयला डिपो में भीषण आग लग गई। कोयले से उठते जहरीले धुएं एवं धूल के बीच दमकल कर्मी लगातार 30 दिनों तक मौके पर डटे रहे और आग को पूर्ण रूप से नियंत्रित किया। इस सतत प्रयास से आसपास के गांवों को प्रदूषण से बचाया गया तथा सरकार को करोड़ों रुपये के संभावित राजस्व नुकसान से भी बचाया गया। इस दौरान मुख्य अग्निशमन चालक महमूद अंसारी को अत्यधिक श्रम एवं तनाव के कारण दिल का दौरा पड़ने जैसी गंभीर समस्या का सामना करना पड़ा, जिनका इलाज वर्तमान में भी जारी है।
दुंदीबाग बाजार अग्निकांड : भीड़ के विरोध के बावजूद सफलता
04 अक्टूबर को दुंडीबाग बाजार स्थित कुल सात दुकानों में भीषण आग लग गई। अनियंत्रित भीड़ एवं आम नागरिकों के प्रतिरोध जैसी कठिन परिस्थितियों के बावजूद दमकल कर्मियों ने साहस व सूझबूझ से आग पर काबू पाया। इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई, जो दमकल विभाग की तत्परता का प्रमाण है। 18 नवंबर को सेक्टर-4 पाली प्लाजा रोड स्थित आठ दुकानों में आग लगने की सूचना प्राप्त हुई। दुकानों में मौजूद पेंट, स्प्रे पेंट, थिनर एवं अन्य ज्वलनशील रसायनों के फटने से आग अत्यंत भयावह हो गई थी। इसके बावजूद दमकल कर्मियों ने तेजी से कार्रवाई करते हुए न केवल दुकानों की आग बुझाई बल्कि घने बाजार क्षेत्र में आग के फैलाव को पूरी तरह रोक दिया। इस कार्रवाई से करोड़ों रुपये की संपत्ति का नुकसान टल गया और कोई जनहानि नहीं हुई।
वीरता का परिचय देने वाले अधिकारी एवं कर्मी
इन सभी अग्निकांडों में बोकारो अग्निशमन केंद्र के जिन अधिकारी एवं कर्मियों ने वीरता एवं साहस का परिचय दिया, उसमें भगवान ओझा – फायर स्टेशन अधिकारी, शिवनारायण लोहरा – उप-अधिकारी, एतवा उरांव – मुख्य अग्निशमन चालक, राजा राम महतो – मुख्य अग्निशमन चालक, रघुवेंद्र कुमार सिंह – मुख्य अग्निशमन चालक, संजीत किस्कू – मुख्य अग्निशमन चालक, महमूद अंसारी – मुख्य अग्निशमन चालक, प्रदीप केरकेट्टा – फायर ड्राइवर, मो. कादर प्रसाद – फायर ड्राइवर, बबलू यादव – फायर ड्राइवर शामिल हैं. बोकारो अग्निशमन केंद्र के अधिकारी एवं कर्मी न केवल आग बुझाने का कार्य करते हैं, बल्कि जनसुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण एवं सार्वजनिक संपत्ति की रक्षा में भी अहम भूमिका निभा रहे हैं। उनके साहसिक प्रयास समाज के लिए प्रेरणास्रोत हैं।
