झुमरा पहाड़ पर हुई अनोखी क्लास, जब शिक्षक बने वित्त मंत्री!

झारखण्ड के वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने मंगलवार को जिले के सुदूरवर्ती प्रखंड गोमिया अंतर्गत  झुमरा गांव पहुंचे। सबसे पहले वे राजकीय उत्क्रमित उच्च विद्यालय पहुंचे। बच्चों और शिक्षकों से सुविधाओं और पठन- पाठन के बाबत जानकारी ली। ग्रामीणों से मिले और समस्याओं से अवगत हुए। जिसके बाद वे पुलिस कैंप पहुंचे और झुमरा एक्शन प्लान की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा और वर्तमान स्थिति का अवलोकन किया। उन्होंने उपस्थित विभिन्न विभागों के अधिकारियों को कई अहम दिशा-निर्देश दिया। 

गरीबों व वंचितों के विकास व उत्थान के लिए सरकार सजग

वित्त मंत्री ने कहा कि  मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राज्य के पहाड़ी और पठार क्षेत्रों यानि सुदूरवर्ती क्षेत्र स्थित गांवों और निवास कर रहे गरीब, वंचित के विकास के साथ साथ सामाजिक व आर्थिक उत्थान को लेकर सजग हैं और इसी उद्देश्य की पूर्ति को लेकर वे यहां आए हैं। जिन बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था नहीं हो पाई है, उसे अविलंब स्थापित करें और लोगों को इसका अधिक से अधिक लाभ और सहूलियत मिल सके, इसके लिए अधिकारी भी सजग रहे और इस दिशा में काम करते रहें। 

झुमरा में बनेगा गेस्ट हाउस व कोल्ड स्टोर

उन्होंने समीक्षा बैठक के दौरान झुमरा पहाड़ में गेस्ट हाउस और कोल्ड स्टोर के निर्माण की बात कहीं। मौके पर पुलिस अधीक्षक हरविंदर सिंह, एसडीओ बेरमो  मुकेश मछुआ, एसडीपीओ बीएन सिंह, जिला योजना पदाधिकार राज कुमार शर्मा, जिला आपूर्ति पदाधिकारी शालिनी खालखो, बीडीओ गोमिया महादेव कुमार महतो, सीओ आफताब आलम सहित जिले के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

जब शिक्षक बन गए वित्त मंत्री, प्रश्नों का जवाब पाकर हुए खुश

राजकीय उत्क्रमित उच्च विद्यालय, झुमरा पहाड़ के निरीक्षण के दौरान  वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर शिक्षक की भूमिका में भी दिखें। बच्चों से उन्होंने बात की, नाम पूछा और ब्लैक बोर्ड पर हिंदी और अंग्रेजी के अक्षर लिख बच्चों से पहचानकर जवाब देने को कहा। बच्चों ने निराश नहीं किया और सभी का सही जवाब दिया। जिस पर माननीय मंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त की और बच्चों की पीठ थप-थपाई। वे कक्षा नौ भी गए, छात्रों से हाथ मिलाया, नाम पूछा। 

छात्रों ने भी दिया सवालों का जवाब

छात्र राकेश कुमार किस्कू से उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री का नाम और राज्य की राजधानी पूछी गई तो छात्र ने तुरंत उत्तर दिया। जिसे सुनकर मंत्री  काफी खुश हुए। लेकिन पीछे से उनके साथ आए व्यक्ति ने झारखंड के वित्त मंत्री कौन हैं, यह पूछ लिया। छात्रों ने माननीय मंत्री से कहा कि सर, आप ही हैं। जिसके बाद उन्होंने छात्र से हाथ मिलाते हुए कहा कि आपने सही कहा। उन्होंने काफी समय बच्चों के साथ व्यतीत किया। 

शिक्षा सचिव व सिविल सर्जन से बात कर कमियों को दूर करने दिया निर्देश

विद्यालय परिसर में ग्रामीणों द्वारा स्कूल की चहारदीवारी नहीं होने से बच्चों को परेशानी होने, शिक्षकों की कमी, वर्षों से बनकर तैयार और अब तक स्वास्थ्य उपकेंद्र के चालू नहीं होने आदि समस्याओं से मंत्री को अवगत कराया। इस पर माननीय मंत्री ने त्वरित संज्ञान लेते हुए शिक्षा विभाग के सचिव को फोन किया और शिक्षकों की कमी दूर करने का निर्देश दिया। उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि अविलंब यहां शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति हो जाएगी। 

एंबुलेंस व्यवस्था शीघ्र होगी

इसी तरह, सिविल सर्जन से बात की और अविलंब स्वास्थ्य उपकेंद्र में सप्ताह में एक दिन चिकित्सक के बैठने की व्यवस्था करने का सख्त निर्देश दिया। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि सिविल सर्जन ने कहा है कि सप्ताह में एक दिन मेडिकल अफसर यहां बैठा करेंगें। एक एंबुलेंस की भी व्यवस्था को कहा। वहीं, विद्यालय की चहारदीवारी को उन्होंने उपस्थित जिला योजना पदाधिकारी को अनाबद्ध योजना से करने का निर्देश दिया। वर्षों से अधूरे पड़े स्कूल भवन की जानकारी लेते हुए उन्होंने संबंधित को निर्माण पूरा कराने को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।

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