अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कोरिडोर: बोकारो में 740 एकड़ भूमि पर होगा विशाल क्लस्टर का निर्माण

 


अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कोरिडोर योजना के अंतर्गत बोकारो जिले के भतुआ मौजा में प्रस्तावित इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (आइएमसी) के लिए अधिग्रहण की जानेवाली भूमि के मूल्य निर्धारण को लेकर आज एक महत्वपूर्ण बैठक बोकारो परिसदन में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता निदेशक, भू-अर्जन, भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय आंजनेयुलू दोड्डे ने की। बैठक में बीएसएल के डायरेक्टर इंचार्ज बीके तिवारी, उपायुक्त अजय नाथ झा, निदेशक उद्योग विशाल सागर, डीपीएलआर मेनका, अपर समाहर्ता  मुमताज अंसरी, अनुमंडल पदाधिकारी चास प्रांजल ढ़ांडा, बीएसएल के मुख्य महाप्रबंधक टाउनशिप कुंदन कुमार, महाप्रबंधक  एके सिंह, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी द्वारिका बैठा, सब रजिस्टार सौरव कुमार, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।


भूमि अधिग्रहण में दिया जाएगा न्यायसंगत मुआवजा

बैठक में भतुआ मौजा में प्रस्तावित इंटीग्रेटेड मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (आइएमसी) परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में पारदर्शिता, न्यायसंगत मुआवजा राशि निर्धारण सुनिश्चित करने के उद्देश्य से विभिन्न तकनीकी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। भूमि दर निर्धारण में स्थानीय बाजार मूल्य, और वर्तमान दर सूची को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिए जाने की प्रक्रिया पर विचार - विमर्श किया गया।

740 एकड़ जमीन पर बनेगा क्लस्टर

निदेशक, भू-अर्जन, भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय ने बीएसएल प्रबंधन को एस सप्ताह में संबंधित प्रस्तावित अधिग्रहण कि जाने वाली 740 एकड़ भूमि का मूल्य निर्धारण कृषि, उद्योग एवं वाणिजिक प्राकृति के अनुरूप निर्धारित कर प्रस्ताव तैयार करने। वहीं, जिला भू अर्जन कार्यालय को भी पिछले तीन वर्षों में हुए भूमि निबंधन का औसत मानते हुए 740 एकड़ भूमि का कृषि, उद्योग एवं वाणिजिक प्राकृति मूल्य निर्धारण का प्रस्ताव तैयार करने को कहा। अगली बैठक में संबंधित भूमि का मूल्य निर्धारण किया जाएगा। उपायुक्त अजय नाथ झा ने स्पष्ट किया कि इस परियोजना से न केवल बोकारो जिले को औद्योगिक दृष्टिकोण से नई पहचान मिलेगी, बल्कि स्थानीय क्षेत्र का विकास व्यापक स्तर पर होगा और रोजगार के कई नये अवसर प्राप्त होंगे।

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