डीपीएस बोकारो की प्राथमिक इकाई में चल रहे सांस्कृतिक सप्ताह का समापन शुक्रवार को अंतर सदन गायन प्रतियोगिता के साथ हुआ। सांस्कृतिक सप्ताह के दौरान तीन अलग-अलग विधाओं में बच्चों ने एक तरफ जहां अपनी प्रतिभा का कुशल प्रदर्शन किया, वहीं दूसरी ओर उन्होंने भारतीय परंपरा और संस्कृति की सुंदर झलक बिखेरी। सबसे पहले अंतर सदन समूह नृत्य प्रतियोगिता हुई, जिसमें महिला सशक्तिकरण, चार युगों- सतयुग, त्रेता, द्वापर और कलियुग, स्कल्पचर नृत्य शैली, भगवान विष्णु के दशावतार, समुद्र मंथन की कहानी आदि को नृत्य के जरिए बखूबी मंचित किया। बेहतर प्रस्तुतियों के आधार पर, गंगा और जमुना हाउस ने संयुक्त रूप से पहला स्थान हासिल किया। चेनाब और रावी हाउस दूसरे स्थान पर रहे, जबकि झेलम हाउस ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
छोटे-छोटे बच्चों ने किया तबला वादन
दूसरे दिन अंतर सदन तबला प्रतियोगिता में नन्हे उस्तादों ने तीन ताल में अपनी प्रतिभा, लय और समर्पण को प्रदर्शित किया। गंगा हाउस ने पहला, सतलज ने दूसरा और रावी हाउस ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। वहीं, आखिरी कड़ी में समूहगान प्रतियोगिता हुई, जिसमें त्योहारों के गीत खूब गूंजे। प्रतिभागियों ने दुर्गा पूजा, लोहड़ी, महाशिवरात्रि, जन्माष्टमी, झिझिया और छठ जैसे विभिन्न त्योहारों पर आधारित गीतों की प्रस्तुति दी। रंग-बिरंगे पारंपरिक परिधानों में सजे विद्यार्थियों ने भक्ति, उल्लास, स्वर-ताल व लय पर आपसी सामंजस्य का सुंदर उदाहरण प्रस्तुत किया। विभिन्न मानकों के आधार पर रावी सदन प्रथम, तो गंगा और जमुना हाउस संयुक्त रूप से द्वितीय घोषित किए गए। तृतीय स्थान पर सतलज हाउस रहा।
हुनर का प्रदर्शन महत्वपूर्ण
विद्यालय के प्राचार्य डॉ. एएस गंगवार ने सभी प्रतिभागियों को उनकी उत्साहपूर्ण भागीदारी के लिए बधाई दी। कहा कि हार-जीत से कहीं अधिक अपने हुनर का प्रदर्शन महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम बच्चों में भारतीय त्योहारों की विरासत के प्रति समझ बढ़ाने तथा उन्हें अपनी समृद्ध परंपरा व संस्कृति से जोड़ने रखने में सहायक हैं।