बाल विवाह की रोकथाम और जन-जागरूकता को लेकर बनी रणनीति


सामाजिक सुरक्षा विभाग अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा बैठक उपायुक्त  अजय नाथ झा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में आयोजित किया। मौके पर उप विकास आयुक्त  शताब्दी मजूमदार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रवि कुमार, सामाजिक सुरक्षा पदाधिकारी  पीयूष कुमार, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी अनीता झा उपस्थित थी। उपायुक्त  झा ने समीक्षा के क्रम में कहा कि वैसे सभी लाभुकों के बैंक खाते जो आधार से अब तक लिंक नहीं हुए उन्हें विशेष कार्य योजना बनाकर आधार से लिंक करें। साथ ही ओल्ड एज पेंशन प्राप्त करने वालों का एक निश्चित समय तक जीवन प्रमाण पत्र लेना सुनिश्चित करें ताकि मृत लाभुकों के खाते में राशि नहीं जाए। 

प्रत्येक गांव में सामाजिक चेतना समिति का करें गठन

उपायुक्त  झा ने बाल संरक्षण विभाग की भी समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी को निदेशित किया कि बाल विवाह की रोकथाम के लिए व्यापक जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन करें। इस कार्य के लिए समाज के प्रबुद्ध एवं सामाजिक सरोकार से जुड़े लोगों का सहयोग प्राप्त करें। उन्होंने सामाजिक बुराइयों को समाज से मिटाने के लिए प्रत्येक गांव में सामाजिक चेतना की समिति के गठन के लिए बाल संरक्षण पदाधिकारी को भी निर्देशित किया। साथ ही उन्होंने कहा कि सामाजिक बुराइयों का समूल नाश करने के लिए सामाजिक चेतना आवश्यक है। जब तक जन चेतना से नहीं जोड़ेंगे तब तक इस चेतना का समूल नाश नहीं होगा। उन्होंने बाल विवाह निषेध को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए " बधाई हो, बेटी हुई है " जैसे अभियानों को वृहद रूप से आगे बढ़ाने की आवश्यकता है।

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