डीपीएस बोकारो के बच्चों ने थामी झाड़ू, स्वच्छता ही सेवा अभियान में दिया योगदान


स्वच्छ भारत अभियान की कड़ी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर स्वच्छोत्सव - स्वच्छता ही सेवा 2025 (17 सितंबर-02 अक्टूबर) के तहत गुरुवार को डीपीएस बोकारो के विद्यार्थियों ने भी अपना श्रमदान दिया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के दिखाए मार्ग पर चलते हुए पं. दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर स्वच्छता के लिए एक दिन, एक घंटा, एक साथ की राष्ट्रव्यापी मुहिम में विद्यार्थी और शिक्षक उत्साहपूर्वक शामिल हुए। विद्यालय के प्राचार्य डॉ. ए. एस. गंगवार के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों ने पूरे परिसर में व्यापक स्वच्छता अभियान चलाया। उन्होंने भरपूर उत्साह के साथ अपनी कक्षाओं, गलियारों, खेल के मैदानों और अन्य क्षेत्रों की सफाई कर यह सशक्त संदेश दिया कि स्वच्छता अपने आस-पास से ही शुरू होती है। खास तौर से आकर्षक टोपियां पहने छोटे-छोटे बच्चों का अपने हाथों में झाड़ू लेकर और चेहरे पर मास्क पहनकर सघन सफाई का दृश्य मनोरम प्रतीत हो रहा था। इस सामूहिक प्रयास के बाद छात्र-छात्राओं तथा विद्यालय परिवार के सभी सदस्यों ने स्वच्छता की शपथ ली, जिसमें सभी ने स्वच्छ और हरित भारत के सपने को साकार करने के लिए प्रतिबद्धता जताई। 

बच्चों को दी गई स्वच्छता की सीख 


अभियान को एक रचनात्मक आयाम देते हुए छात्रों ने स्वच्छता के महत्व को उजागर करने वाले आकर्षक स्लोगन और पोस्टर भी तैयार किए। स्वच्छ भारत, हरा भारत और स्वच्छता ही सेवा जैसे प्रेरणादायक नारों के माध्यम से उन्होंने सभी को स्वच्छता को जीवन का अभिन्न अंग बनाने के लिए प्रेरित भी किया। इस अवसर पर स्वच्छता को सुंदर कलाकृति का रूप देकर बनाया गया सेल्फी प्वाइंट भी रमणीकता में चार चांद लगा रहा था। प्राचार्य डॉ. गंगवार ने जीवन में स्वच्छता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वच्छता में ही स्वस्थ जीवन का मूल छिपा है। प्रधानमंत्री मोदी के अभियान को अनुकरणीय बताते हुए उन्होंने इसमें विद्यार्थियों की सक्रिय सहभागिता पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि स्वच्छता हमारी नैतिक और सामाजिक जिम्मेदारी है। हम जहां कहीं भी रहते हों, वहां स्वच्छ वातावरण सुनिश्चित करना हमारा दायित्व है और बच्चों में शुरू ही इस बोध का विकास आवश्यक है। इसी ध्येय के साथ विद्यालय स्वच्छ भारत निर्माण की दिशा में पूरी तरह तत्पर है।

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