झारखंड स्थापना दिवस रजत जयंती वर्ष के अवसर पर शुक्रवार को पेटरवार पूरी तरह जनजातीय रंग में रंग चला। पारंपरिक परिधान और ढोल–नगाड़ों की थाप के बीच राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने भव्य जतरा का शुभारंभ किया। राज्यपाल ने स्वयं जन समूह के साथ कदम मिलाते हुए इस सांस्कृतिक पदयात्रा में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि अपनी संस्कृति - परंपरा के संरक्षण के लिए इस जतरा का आयोजन जरूरी था। राज्यपाल ने जतरा को आगे के लिए विदा किया एवं शुभकामनाएं दी। उपायुक्त अजय नाथ झा, डीडीसी शताब्दी मजूमदार सहित जिला, अनुमंडल और प्रखंड स्तर के अधिकारी भी जतरा में उपस्थित थे। सड़क के दोनों किनारों पर खड़े ग्रामीणों ने जनजातीय नृत्य, गीत और पारंपरिक स्वागत से वातावरण को उत्सवी बना दिया।
मंत्री योगेन्द्र प्रसाद भी साथ चले, जतरा ने दिखाया झारखंड की जीवंत पहचान
सूबे के पेयजल एवं स्वच्छता तथा उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री योगेन्द्र प्रसाद भी जतरा में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। सरना धर्म स्थल से शुरू होकर प्रखंड परिसर तक पहुंची इस यात्रा में जन जातीय समाज की सांस्कृतिक पहचान और सामुदायिक शक्ति साफ दिखाई दी। मंत्री ने रजत जयंती वर्ष को राज्य के लिए नया पड़ाव और नए संकल्पों का वर्ष बताते हुए सभी को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि झारखंड अपनी सांस्कृतिक धरोहर और संघर्ष की विरासत के कारण अनूठा है। मंत्री ने जतरा में शामिल महिलाओं - महिला पदाधिकारियों की भूमिका पर भी जोर देते हुए कहा कि आज की महिलाएं नेतृत्वकारी भूमिका में आगे बढ़ रही हैं - अबला नहीं, बलवान हैं।कार्यक्रम में मंत्री ने यह घोषणा किया कि पुनः ‘सरकार आपके द्वार’ अभियान शुरू किया जा रहा है, जिसके माध्यम से प्रशासन ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर लोगों की समस्याएं स्थल पर ही समाधान करेगा।

