स्मार्ट सिटी का सपना बोकारो वासियों के लिए जल्दी पूरा होगा। इसके लिए बीएसएल प्रबंधन के साथ मिलकर जिला प्रशासन बोकारो एक्टिव मोड में कार्य में जुट गया है। इस संदर्भ में गुरुवार को बीएसएल प्रबंधन के साथ उपायुक्त अजय नाथ झा की अध्यक्षता में उपायुक्त के आवासीय कार्यालय गोपनीय शाखा में बैठक आयोजित की गई। उपायुक्त अजय नाथ झा ने बीएसएल प्रबंधन को लगभग 600 एकड़ भूमि आवंटित करने के लिए प्रस्ताव दिया, जिस पर त्वरित प्रतिक्रिया व्यतीत करते हुए बीएसएल प्रबंधन ने प्रारंभिक तौर पर 600 एकड़ भूमि गरगा डैम एवं बोकारो स्टील सिटी रेलवे स्टेशन के बीच के खाली पड़े क्षेत्र को स्मार्ट सिटी निर्माण के लिए देने पर सहमति जताई। उन्होंने बीएसएल प्रबंधन की ओर से उपस्थित सीजीएम कुंदन कुमार को एक सप्ताह के अंदर सहमति पत्र जिला प्रशासन को सौंपने हेतु निर्देशित किया। तत्पश्चात बीएसएल की ओर से प्राप्त प्रस्ताव को राज्य सरकार को भेजा जाएगा।
शहर का होगा बेहतर विकास
स्मार्ट सिटी बन जाने से अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त जहां आवासीय क्षेत्र का विकास होगा। वही रेलवे स्टेशन के आसपास स्मार्ट सिटी के बनने से आवागम में भी काफी सुविधा मिलेगी।साथ ही नया मोड़ स्थित सरकारी बस स्टैंड एवं बीएसएल बस स्टैंड को विकसित करते हुए बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किए जाएंगे। इसपर उपायुक्त श्री अजय नाथ झा ने कहा कि प्रस्तावित बस स्टैंड अत्यधिक सुविधाओं से युक्त यात्रियों के लिए आवागमन की दृष्टिकोण से बेहतर होगा। ट्रांसपोर्ट नगर बसों एवं छोटी-छोटी गाड़ियों के ठहराव की दृष्टिकोण से बेहतर प्लानिंग के साथ तैयार किए जाएंगे। शहर के विकास की दृष्टिकोण से इसे फ्यूचर प्लान के रूप में निर्माण किया जाएगा। बैठक में उप विकास आयुक्त शताब्दी मजूमदार, अनुमंडल पदाधिकारी चास प्रांजल ढांडा, अपर नगर आयुक्त चास नगर निगम संजीव कुमार, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रवि कुमार, बीएसएल के सीजीएम कुंदन कुमार, अंचलाधिकारी चास रामसेवक एवं अन्य उपस्थित थे।
