भारतीय रेल ने आईआरसीटीसी के माध्यम से वंदे भारत ट्रेनों में क्षेत्रीय व्यंजनों की सेवा शुरू की है, जिससे यात्रियों को सांस्कृतिक रूप से प्रासंगिक भोजन और प्रामाणिक स्थानीय स्वाद उपलब्ध कराई जा सके। इस पहल के तहत भारत की विविध और समृद्ध पाक विरासत का स्वाद अब यात्री अपनी ट्रेन सीट पर आराम से ले सकेंगे। 20101/20102 नागपुर–सिकंदराबाद वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रा करने वाले यात्री महाराष्ट्र के कांदा पोहा के साथ-साथ दक्षिण भारतीय डोंडकाया करम पोडी फ्राई और आंध्र प्रदेश की आंध्र कोडी कुरा का स्वाद ले सकते हैं।गुजराती व्यंजनों के रूप में 20901 मुंबई सेंट्रल–गांधीनगर कैपिटल वंदे भारत एक्सप्रेस में मेथी थेपला तथा 26902 साबरमती–वेरावल वंदे भारत एक्सप्रेस में मसाला लौकी परोसी जा रही है।
ओडिशा का प्रसिद्ध आलू फूलगोभी 22895 हावड़ा–पुरी वंदे भारत में उपलब्ध
केरल का पारंपरिक भोजन, जिसमें सफेद चावल, पचक्का चेरुपायर मेझुक्कु पेराटी, कडाला करी, केरल पराठा, सादा दही और पायसम (पालाडा पायसम) के साथ अप्पम शामिल हैं, 20633/34 कासरगोड–तिरुवनंतपुरम वंदे भारत एक्सप्रेस तथा 20631/32 मंगलुरु–तिरुवनंतपुरम वंदे भारत एक्सप्रेस में उपलब्ध कराया जा रहा है। पश्चिम बंगाल के व्यंजनों में 20872 राउरकेला–हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस में कोशा पनीर तथा 22895 हावड़ा–पुरी वंदे भारत एक्सप्रेस में आलू पोटल भाजा परोसा जा रहा है। वहीं, बिहार के प्रसिद्ध व्यंजनों में 22349 पटना–रांची वंदे भारत एक्सप्रेस में चंपारण पनीर तथा 22348 पटना–हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस में चंपारण चिकन उपलब्ध है।
कश्मीरी व्यंजन का भी स्वाद चख सकेंगे यात्री
डोगरी व्यंजन, जिनमें अंबल कद्दू और जम्मू चना मसाला शामिल हैं, ट्रेन संख्या 26401–02 तथा 26403–04 में उपलब्ध कराए जा रहे हैं। वहीं कश्मीरी विशेष व्यंजन जैसे टमाटर चमन और केसर फिरनी ट्रेन संख्या 26401/02 तथा 26403/04 श्री माता वैष्णो देवी कटरा–श्रीनगर (एसवीडीके–सिनानगर) वंदे भारत एक्सप्रेस में परोसे जा रहे हैं।महाराष्ट्र का मसाला उपमा 22229 सीएसएमटी–मडगांव (एमएओ) वंदे भारत एक्सप्रेस में उपलब्ध है, जबकि पश्चिम बंगाल का प्रसिद्ध मुरगिर झोल 22302 न्यू जलपाईगुड़ी–हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस में परोसा जा रहा है. इस पहल के माध्यम से भारतीय रेल भारत की समृद्ध पाक विविधता का उत्सव मना रही है, जिससे रेल यात्राएं और अधिक यादगार तथा सांस्कृतिक रूप से समृद्ध बन रही हैं।
