1 जुलाई से KYC अनिवार्य, बॉट्स पर सख्ती, 50 नई नमो ट्रेनें और भारत बना दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क


रेलवे में अब एक जुलाई से जरूरतमंद लोगों को आसानी से तत्काल टिकट मिलना शुरू हो जाएगा। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पहले कुछ अनैतिक लोग बॉट्स का इस्तेमाल करके 1-2 मिनट में तत्काल टिकटों को ब्लॉक कर लेते थे। जिसकी वजह से जिन्हें तत्काल टिकट की जरूरत रहती थी, उन्हें टिकट नहीं मिल पाता था। अब उस समस्या से आम लोगों को निजात मिल जाएगा। 1 जुलाई से केवाईसी वाले लोग ही टिकट ले सकेंगे। जो भी लोग टिकट विंडो पर आएंगे, उन्हें अपना पहचान पत्र दिखाना होगा। 

अब 50 नई नमो ट्रेन बनाया जाएगा

उन्होंने कहा कि अहमदाबाद-भुज और जयनगर-पटना के बीच चल रही नमो ट्रेन को अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। इसलिए अब 50 नई नमो ट्रेन बनाने का निर्णय लिया गया है। जब इतनी ट्रेनें एक साथ ट्रैक पर उतरेगी तो सभी यात्रियों को इसका लाभ मिलेगा। पैसेंजर गाड़ियों को अपग्रेड करने के लिए 100 मेन लाइन ईएमयू (मेमू) बनाई जाएगी। जिसमें 16 से 20 कोच होगी। अभी मेमू में 8 या 12 कोच ही बनती है। इससे छोटी दूरी की यात्राओं में बहुत लाभ होगा। 

रेल मंत्री ने मल्टी कार्गो टर्मिनल से मालगाड़ी को किया रवाना

रेल मंत्री ने हरियाणा के मानेसर से भारत के सबसे बड़े गति शक्ति मल्टी मॉडल कार्गो टर्मिनल से मालगाड़ी को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि पिछले साल 720 करोड़ यात्रियों ने ट्रेन से ट्रैवल किया और 1617 मिलियन टन कार्गो की ढुलाई की गई। वितीय वर्ष 2024-25 भारतीय रेल और देश के लिए बहुत ही अहम था। अब भारतीय रेल कार्गो और पैसेंजर कैरिंग कैपेसिटी में दुनिया मे दूसरे स्थान पर है।

दो से ढाई सालों में जनरल कोच बढ़ाने की चलेगी मुहिम

एक साल में 1200 से अधिक जनरल कोच रेलवे में बढ़ाए गए हैं। पिछले 11 वर्षों में पीएम नरेंद्र मोदी ने जितने काम किए, उसकी वजह से अनेकों समस्याएं अब खत्म हो रही है। ट्रेनों और स्टेशनों में यात्री सुविधाएं बढ़ा दी गई हैं। अमृत भारत योजना के तहत देश भर के स्टेशनों का पुर्नविकास किया जा रहा है। देश मे 1300 अमृत भारत स्टेशन बनाए जा रहे हैं। जब 103 स्टेशन बनकर तैयार हुए तो प्रधानमंत्री ने देशनोक से इन्हें एक साथ उद्घाटन किया। इसी श्रृंखला में दिसंबर तक और स्टेशन बनकर तैयार होंगे।

50-60 वर्षों में रेलवे को इग्नोर किया गया था

पिछले 50-60 वर्षों में रेलवे को इग्नोर किया गया था। 2014 में रेलवे काफी गंभीर समस्याओं से जूझ रहा था। वहां से पीएम मोदी ने विकास का काम किया है। भारतीय रेल कार्गो और पैसेंजर कैरिंग कैपेसिटी में दुनिया मे दूसरे स्थान पर है।



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