गुरुवार को बोकारो समाहरणालय स्थित सभागार में उपायुक्त अजय नाथ झा की अध्यक्षता में आदि कर्मयोगी अभियान - रेस्पॉन्सिव गवर्नेस प्रोग्राम पर जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। मौके पर उप विकास आयुक्त शताब्दी मजूमदार, डीपीएलआर निदेशक मेनका, अपर समाहर्ता सह नोडल पदाधिकारी मुमताज अंसारी, अनुमंडल पदाधिकारी चास प्रांजल ढ़ांडा, प्रोबेशनर संदीप शिंदे, एसडीओ बेरमो मुकेश मछुआ, सीटी डीएसपी आलोक रंजन समेत जिला स्तरीय अन्य पदाधिकारी – सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) – अंचलाधिकारी (सीओ) आदि उपस्थित थे। कार्यशाला में जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर द्वारा आदि कर्मयोगी अभियान के संबंध में विस्तार से जानकारी साझा की गई।
हर परिस्थिति में आदि कर्मयोगी अभियान को बनाएं सफल
समाहरणालय सभागार में जिला स्तरीय आदिकर्मयोगी - रिस्पांसिव गर्वनेन्स प्रोग्राम के तहत आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए उपायुक्त श्री अजय नाथ झा ने कहा कि आदि कर्मयोगी अभियान सिर्फ प्रशासनिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि आदिवासी समाज के सम्मान और उनसे सीखने का माध्यम है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि आदिवासी समुदाय के पास समृद्ध परंपरा, संस्कृति और जीवन मूल्यों की धरोहर है। हमें उन्हें बदलने या सिखाने की मानसिकता नहीं रखनी चाहिए, बल्कि उनसे सीखने और अपनाने की सोच विकसित करनी होगी। उन्होंने पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे संवेदनशीलता और सहभागिता के साथ कार्य करें और अभियान को जमीनी स्तर तक सफल बनाएं।
125 आदिवासी बहुल गांवों की होगी विशेष निगरानी
कार्यशाला में उपायुक्त ने कहा कि जिले के 125 आदिवासी बहुल चिन्हित गांवों को विशेष रूप से अभियान के तहत विकास कार्यों – विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से अच्छादित करने की प्रगति कार्य की विशेष निगरानी की जाएगी। उन्होंने सभी गांवों को जिले के वरीय पदाधिकारियों के साथ टैग करने का निर्देश दिया। साथ ही, तय किया कि हर पदाधिकारी नियमित रूप से इन गांवों का दौरा करेंगे और स्थानीय स्तर पर समस्याओं के समाधान की पहल करेंगे।
पंचायत - प्रखंड स्तर पर संवाद मित्र बनेगा
अभियान को हर स्तर तक पहुंचाने के लिए बीडीओ/सीओ प्रखंड – पंचायत स्तर पर संवाद मित्र बनाएं। ये संवाद मित्र पंचायत - प्रखंड और जिला स्तर के बीच सेतु का कार्य करेंगे। अभियान के तहत प्रतिदिन होने वाली गतिविधियों को दैनिक रूस से जिला को उपलब्ध कराएंगे। ताकि सभी प्रगति कार्यों की निगरानी हो सकें। संवाद मित्रों की जिम्मेदारी अभियान की उपलब्धियों को समुदाय के बीच साझा करने की भी होगी। वहीं, अभियान के तहत की जा रही गतिविधियों और उपलब्धियों का साप्ताहिक बुलेटिन जारी करने का भी निर्देश दिया। इससे पदाधिकारियों और जनता दोनों को अभियान की प्रगति की जानकारी समय-समय पर मिलती रहेगी।
अधिकारी अपनी दिनचर्या में समय निकालें - डीडीसी
मौके पर उप विकास आयुक्त शताब्दी मजूमदार ने अपने संबोधन में कहा कि सभी पदाधिकारी अपने दैनिक कार्यों के साथ - साथ आदि कर्मयोगी अभियान के लिए भी निश्चित समय निकालें। उन्होंने कहा कि विकास तभी गति पकड़ेगा जब अधिकारी अपने कार्य में योजनाबद्ध ढ़ंग से समय प्रबंधन करेंगे और आदि कर्मयोगी को प्राथमिकता देंगे। अपर समाहर्ता सह कार्यक्रम के नोडल पदाधिकारी मो. मुमताज अंसारी ने कहा कि अभियान अंतर्गत झारखंड के 22 जिले के 224 प्रखंडों के 7100 गांव और बोकारो जिले के 09 प्रखंड के कुल 125 ग्रामों को प्रथम चरण में चिन्हित किया गया है।
आदिवासी समाज को हर योजना का लाभ दिलाया जाएगा
कार्यशाला के दौरान विभिन्न विभागों से संबंधित जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर प्रोबेशनर श्री संदीप शिंदे, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी डा. सुमन गुप्ता, जिला शिक्षा पदाधिकारी श्री जगरनाथ लोहरा, वरीय लेखा पदाधिकारी श्री पंकज दूबे आदि ने विस्तृत से पूरे कार्यक्रम – कार्य योजना से सभी को अवगत कराया। बताया कि यह अभियान भारत के जनजाति समुदाय के संपूर्ण उत्थान के लिए एक अति महत्वकांक्षी योजना है। इस अभियान के अंतर्गत वर्ष 2030 तक 17 मंत्रालयों/विभागों के 25 से अधिक महत्वपूर्ण योजनाओं का क्रियान्वयन शतप्रतिशत किया जाना है। जिसमें अनुसूचित जनजाति समुदाय के लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना, जल जीवन मिशन, विद्युतीकरण, मोबाइल कनेक्टिविटी, मोबाइल मेडिकल यूनिट्स, आयुष्मान कार्ड, उज्ज्वला योजना अंतर्गत एलपीजी गैस कनेक्शन, आधार कार्ड निर्माण, आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण, समग्र शिक्षा अभियान अंतर्गत छात्रावास तथा क्लासरूम का निर्माण, स्किल डेवलपमेंट सेंटर्स ट्राइबल मार्केटिंग सेंटर्स का निर्माण वन अधिकार पट्टा से आच्छादित व्यक्तियों को कृषि पशुपालन मत्स्य पालन से जोड़ना आदि शामिल है।
उपायुक्त ने सभी पदाधिकारियों को दिलाई आदि कर्मयोगी की शपथ
कार्यशाला में उपायुक्त अजय नाथ झा ने सभी को शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि हम झारखंड के आदि कर्मयोगी प्रण लेते हैं कि... राज्य के आदिवासी समुदाय के समग्र विकास हेतु पूर्ण निष्ठा, प्रतिबद्धता एवं जिम्मेदारी के साथ कार्य करेंगे। जनभागीदारी और स्व-उत्तरदायित्व को सुनिश्चित करते हुए ईमानदारी, पारस्परिक सहयोग, विश्वसनीयता और दृढ़ संकल्प के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे। अपनी दूरदर्शिता, सतत प्रयास रणनीतिक सोच,वैज्ञानिक पद्धतियों और समुदाय केन्द्रित योजनाओं के माध्यम से आदिवासी समुदाय के सपनों को साकार करने के लिए प्रयासरत रहेंगे। अपने अनुभवों और चुनौतियों पर नियमित रूप से सामूहिक मंथन करेंगे, और संवाद सामंजस्य एवं सहमति के आधार पर सभी समस्याओं का समाधान करेंगे। हम संगठित होकर जल, जंगल, जमीन और जीवन को समृद्ध करके न्याय आधारित समतामूलक समाज के निर्माण का वचन देते हैं। उपस्थित सभी ने इसका दोहराव किया। मौके पर जिला आपूर्ति पदाधिकारी शालिनी खालखो, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रवि कुमार, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा पियूष, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह, समेत सभी विभागों के पदाधिकारी, प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी – अंचलाधिकारी आदि उपस्थित थे।