आए दिन साइबर ठगी का मामला सुनने को मिलता है। हर स्तर से साइबर क्राइम को लेकर आम लोगों को जागरूक किए जाने के बावजूद साइबर अपराधी हर बार अलग अलग तरीकों का इस्तेमाल कर किसी ना किसी को अपना शिकार बना रहे हैं। इस साइबर ठगी में ना तो भुक्तभोगी को ओटीपी मांगी गई और न ही कोई पासवर्ड, बल्कि इसमें यूनो एप के रिसेट करने के नाम पर खाते से पैसे गायब क्र लिए गए. ऐसा ही साइबर ठगी का एक और मामला बोकारो इस्पात नगर में प्रकाश में आया है। जिसमें सेक्टर 3 निवासी विस्थापित महाविद्यालय, बालीडीह के व्याख्याता एवं सरस्वती विद्या मंदिर, 3सी के सचिव राजकुमार सिंह के बालीडीह स्थित भारतीय स्टेट बैंक के बचत खाता से साइबर ठगों ने 49 हजार 500 रुपए उड़ा लिए। एकाउंट से पैसे निकासी घटना 24 अगस्त के पूर्वाह्न लगभग साढ़े ग्यारह बजे घटी। उल्लेखनीय है कि इस साइबर फ्रॉड में ना ही कोई ओटीपी मांगा गया और ना ही कोई पासवर्ड की मांग की गई बावजूद इसके पैसे गायब हो गए।
यूनो एप के पासवर्ड व यूजर आईडी रिसेट करने के नाम पर हुई ठगी
पीड़ित द्वारा ऑन लाइन कंप्लेन दर्ज कराने के बाद सिटी थाने में दी गई प्राथमिकी में कहा गया है कि उनके साथ यह साइबर फ्रॉड एसबीआई के यूनो ऐप का पासवर्ड एवं यूजर आईडी को रिसेट करने के नाम पर हुआ है। कहा गया है कि 23 अगस्त को उनके मोबाइल पर पूर्वाह्न 11:59 बजे से 12:25 बजे के बीच तीन बार मोबाइल नंबर 7321947759 से सामान्य कॉल आया। पुनः रात्रि 8:37 बजे कॉल आया, जिसमें यूनो एप का पासवर्ड और यूजर आईडी रिसेट करने की बात की गई। इसके बाद एक अन्य मोबाइल नंबर 9978285595 से उनके व्हाट्सऐप पर वीडियो कॉल किया गया। इसके बाद दूसरे दिन 24 अगस्त को उन्हें 49 हजार 500 रुपए के निकासी का मैसेज मिला। तब जाकर उन्होंने सबसे पहले एसबीआई के कस्टमवर केयर को घटना की सूचना दी। इसके बाद प्राथमिकी दर्ज कराई गई।
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