शिक्षक को सम्मानित करना हमारे लिए गौरव की बात है। शिक्षक समाज के मार्गदर्शक होते हैं और उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। विद्यार्थी जब अपने शिक्षक का सम्मान करते हैं, तभी राष्ट्र - विश्व का भविष्य मजबूत बनता है। आज जिला का उपायुक्त नहीं, बल्कि एक विद्यार्थी शिक्षकों को सम्मानित करने आया है। उक्त बातें उपायुक्त अजय नाथ झा ने कहीं। वह शनिवार को बोकारो स्टील सिटी के सेक्टर-04 स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल सभागार में डॉ. राधाकृष्णनन सहोदय स्कूल कॉम्प्लेक्स द्वारा गुरू वशिष्ठ अवार्ड 2025 के आयोजन समारोह में शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा।
शिक्षक निराश नहीं हों, भविष्य गढ़ना आपके हाथों में है
उपायुक्त ने कहा कि शिक्षक किसी भी परिस्थिति से हतोत्साहित या मायूस नहीं हों। स्थिति पर रोना नहीं है, बल्कि अवसर को पहचानना है। शिक्षक बनने का निर्णय आपने स्वयं लिया था। इसलिए किसी भी परस्थिति में मायूस नहीं होना है। पूरे विश्व का भविष्य आपके हाथों में है और आप ही नई पीढ़ी को दिशा देने वाले हैं। उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया कि वे बच्चों में सकारात्मक ऊर्जा और आत्मविश्वास का संचार करें। उपायुक्त ने शिक्षकों को सुझाव दिया कि कक्षा में पाठ्यक्रम की पढ़ाई शुरू करने से पहले शिक्षक प्रतिदिन कम से कम 05 मिनट बच्चों से संवाद करें। बच्चों से जुड़ें, उन्हें देश-दुनिया की प्रमुख घटनाओं से अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि इस अभ्यास से नहीं केवल विद्यार्थियों का आत्मविश्वास बढ़ेगा, बल्कि वे जिम्मेदार नागरिक भी बनेंगे। बच्चों को कल कक्षा में क्या पढ़ाना है उसका भी एक्सरसाइज करें।
बच्चों को चुनौतियों से पार पाने का हुनर बताएं
उपायुक्त ने अपने संबोधन में शिक्षकों से कहा कि बच्चों को यह सिखाना होगा कि अंधेरे और निराशा से कैसे बाहर आना है, टूटे मन से कैसे उबार पाना है। जीवन की कठिन परिस्थितियों और चुनौतियों का डटकर सामना कैसे करना है। उन्होंने कहा कि यही शिक्षा बच्चों को जीवन में आगे बढ़ने की ताकत देगी। उपायुक्त ने जिले के समग्र विकास में शिक्षकों की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हमें एकजुट होकर जिले को आगे ले जाना है और लोगों का विकास करना है। उन्होंने विशेष रूप से यह भी कहा कि मोलाफाइड मिस्टेक (जानबूझकर की गई गलती) किसी भी स्तर पर स्वीकार्य नहीं है, यदि बोनाफाइड मिस्टेक (अनजाने में हुई गलती) हो तो उसे सुधारने के लिए निरंतर प्रयास होना चाहिए।
गुरू वशिष्ठ अवार्ड 2025 से शिक्षकों का सम्मान
आयोजन में विभिन्न विद्यालयों के दर्जनों शिक्षकों को उपायुक्त व अन्य के द्वारा प्रशस्ति पत्र और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उपायुक्त ने सभी शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि उनका योगदान आने वाली पीढ़ियों के निर्माण और जिले के विकास में अमूल्य है। मौके पर चिन्मया विद्यालय प्रिंसिपल सुरज शर्मा, द ओरिएंटल फाउंडेशन स्कूल मोहनडीह के प्रिंसिपल डॉ. अमिर हुसैन, रेनबो पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल विपुल कुमार सिंह, डीएवी स्कूल कथारा के प्रिंसिपल डॉ. जी एन खान, मिथिला एकेडमी पब्लिक स्कूल बोकारो के अशोक कुमार पाठक, गलैक्सी पब्लिक स्कूल चास के सुबोध कुमार, दयानंद आदर्श विद्यालय के मनोज कुमार, माउंटसन सेक्टर 12 विद्यालय के प्रिंसिपल डॉ. बी रीना ठाकुर, एमजीएम हायर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल फादर डॉ. जोशी वारगेसी, सेक्टर 4 डीएवी स्कूल के प्रिंसिपल एसके मिश्रा, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह समेत विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाध्यापक – शिक्षक आदि उपस्थित थे।

