धनबाद जिले के झरिया थाना क्षेत्र के सिंहनगर में शुक्रवार को एक प्लास्टिक एवं कचरा गोदाम में अचानक भीषण आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। आग की ऊंची-ऊंची लपटें और आसमान में छाए काले धुएं का गुबार दूर तक दिखाई दे रहा था। गोदाम में रखे प्लास्टिक एवं कचरे के कारण आग तेजी से फैली और पूरा गोदाम जलकर खाक हो गया। आग की चपेट में आने से गोदाम के बगल के कई मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए। इसमें डब्ल्यू सिंह, अवधेश साव सहित कई परिवारों के घर पूरी तरह ध्वस्त हो गए। घरों में रखे टीवी, एसी, बर्तन सहित लाखों रुपये की संपत्ति जलकर खाक हो गई। प्रभावित परिवारों में महिलाएं व बच्चे रोते-बिलखते रहे।
15 दमकल की गाड़ियों के घंटों मशक्क्त के बाद आग पर पाया गया काबू
डर के मारे आसपास के लोग घरों से बाहर निकल आए और अपना सामान सुरक्षित स्थानों पर ले जाने लगे।सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम और बीसीसीएल की एना कोलियरी से लगभग 15 दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। आग बेहद विकराल होने के कारण दमकलकर्मियों को इसे बुझाने में भारी मशक्कत करनी पड़ी। गर्मी की तीव्र लपटें व घना धुआं आग बुझाने में बाधा बन रहे थे। करीब पांच घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पाया जा सका। दमकल टीम ने आग को आगे फैलने से सफलतापूर्वक रोक लिया। गोदाम कर्मियों के अनुसार पंचिंग मशीन में अचानक ब्लास्ट हुआ, जिससे आग लगी और तेजी से फैल गई। गोदाम मालिक दीपक साहू के अनुसार इस हादसे में 70 से 80 लाख रुपये का नुकसान हुआ है।
लोगों ने इस तरह के गोदामों को तुरंत बंद कराने की मांग की
घटना की गंभीरता को देखते हुए झरिया थाना प्रभारी शशि रंजन और झरिया सीओ स्वयं मौके पर पहुंचे। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करते हुए लोगों को सुरक्षित दूरी पर रहने की हिदायत दी। स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि घनी आबादी के बीच अवैध रूप से कचरा गोदाम चल रहा था। यदि यह हादसा रात में होती तो बहुत बड़ी अनहोनी हो सकती थी। लोगों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि झरिया के चौथाई कुली क्षेत्र समेत अन्य जगहों पर चल रहे ऐसे गोदामों को तुरंत बंद कराया जाए.
