समाहरणालय स्थित उपायुक्त कार्यालय कक्ष में मंगलवार को आयोजित जनता दरबार (हम आपको सुनते हैं...) आमजनों के लिए उम्मीद की नई किरण साबित हो रही है। वर्षों से लंबित मामलों को उपायुक्त अजय नाथ झा के निर्देश पर मात्र आधे घंटे में सुलझा लिया गया। जनता दरबार में बसंत बिहार चिरा चास निवासी पहुंचे राकेश कुमार और सेक्टर आठ निवासी श्याम सुंदर कुमार के चेहरे खुशी से खिल उठे जब उनकी समस्याओं का समाधान अधिकारियों ने तुरंत कर दिया। किसी को वर्षों से लंबित भूमि का रसीद मिला तो किसी को दिव्यांग पेंशन की मंजूरी। दोनों लाभुकों ने भावुक होते हुए कहा कि आज हमें सचमुच लगा कि जिला प्रशासन हमारे साथ है।
आत्महत्या की अनुमति लेने पहुँचे थे श्याम सुंदर, पेंशन स्वीकृति से लौटी उम्मीद
जनता दरबार का सबसे भावुक क्षण उस समय आया जब सेक्टर आठ निवासी श्याम सुंदर कुमार ने आत्महत्या करने की अनुमति का आवेदन उपायुक्त के समक्ष रखा। वर्षों तक भटकने और मदद नहीं मिलने के कारण वे पूरी तरह निराश हो चुके थे। उन्होंने बताया कि काम के दौरान किसी दुर्घटना के कारण उनका हाथ क्षतिग्रस्त हो गया था, उस समय कंपनी द्वारा जो वादा किया गया, उसका पालन नहीं किया गया। मामला न्यायालय में लंबित है। आय का कोई श्रोत नहीं है - भरण पोषण में भी समस्या आ रही है। इस पर उपायुक्त ने ऐसे किसी भी तरह (आत्महत्या) का कदम नहीं उठाने को कहा। उन्होंने ईश्वर द्वारा दिए इस जीवन के महत्व को बताया, कहा कि प्रशासन आपके साथ हैं – आपको न्याय मिलेगा। उपायुक्त के निर्देश पर उनका दिव्यांग पेंशन तत्काल स्वीकृत किया गया। यह खबर सुनते ही श्याम सुंदर भावुक हो उठे। जब राकेश कुमार का भूमि रसीद कट गया और श्याम सुंदर कुमार को दिव्यांग पेंशन की स्वीकृति मिली, तो उन्होंने उपायुक्त और प्रशासनिक अधिकारियों का आभार जताया।
जनता दरबार – जनता और प्रशासन के बीच सेतु
उपायुक्त ने कहा कि जनता दरबार का मुख्य उद्देश्य आमजन से सीधा कनेक्ट करना है। वर्षों से लोग अपनी समस्याओं को लेकर भटकते रहे हैं, लेकिन अब हर सप्ताह प्रशासन उनके बीच पहुंच रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन का दरवाज़ा हर नागरिक के लिए हमेशा खुला है। जनता दरबार सिर्फ औपचारिकता नहीं, बल्कि लोगों के दर्द को समझने और उसका समाधान देने का सशक्त माध्यम है। जिले के सबी प्रखंडों में ही जनता दरबार का आयोजन किया गया है, जहां बीडीओ – सीओ अपने स्तर के मामलों की सुनवाई कर निपटारा कर रहे हैं। जनता दरबार में उपायुक्त ने उपस्थित अपर समाहर्ता को कहा कि मानसून के बाद जिले में विशेष राजस्व शिविर का आयोजन करें। इस शिविर का मकसद दाखिल–खारिज से जुड़ी अशुद्धियों को दूर करना और लोगों को सहज तरीके से सुविधा उपलब्ध कराना है।
40 से अधिक मामलों की सुनवाई – कई का तत्काल समाधान
जनता दरबार में 40 से ज्यादा समस्याएँ सामने आईं। इनमें भूमि विवाद, पेंशन, दाखिल–खारिज और सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से संबंधित आवेदन शामिल रहे। मौके पर ही कई समस्याओं का समाधान किया गया, जबकि अन्य मामलों को प्राथमिकता देते हुए संबंधित अधिकारियों को जल्द कार्रवाई का निर्देश दिया गया। उपायुक्त अजय नाथ झा ने कहा कि प्रशासन का लक्ष्य केवल फाइल निपटाना नहीं, बल्कि आम जनता के दिल में विश्वास जगाना है। जनता दरबार इसी दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि जिले के सभी प्रखंडों में भी यह आयोजन लगातार हो रहा है ताकि किसी को जिला मुख्यालय तक आने की परेशानी नहीं उठानी पड़े।मौके पर उप विकास आयुक्त शताब्दी मजूमदार, अपर समाहर्ता मुमताज अंसारी, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा पियुष, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह आदि उपस्थित थे।
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