थैलीसीमिया पीड़ित बच्चों को संक्रमित खून चढ़ाने के मामले पर भाजपा का प्रदर्शन


चाईबासा सदर अस्पताल में थैलीसीमिया पीड़ित गरीब आदिवासी बच्चों को एचआईवी संक्रमित खून चढ़ाने के दोषी पदाधिकारियों सहित राज्य के स्वास्थ्य विभाग में आकंठ भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने, भ्रष्ट, निकम्मे स्वास्थ्य मंत्री को बर्खास्त करने  के संबंध में आज बोकारो जिला भाजपा जिला अध्यक्ष जयदेव राय के नेतृत्व में सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया गया। कार्यकर्ताओ द्वारा हेमन्त सरकार मुर्दाबाद, इरफान अंसारी मुर्दाबाद, सिविल सर्जन मुर्दाबाद के नारे लगे। जिला अध्यक्ष जयदेव राय ने कहा कि राज्य की स्वास्थ्य विभाग बदहाल है राज्य मे अब बच्चे सुरक्षित नही। जहाँ लोगों का जान बचाया जाता वहाँ बच्चो को संक्रमित खून देकर जान ली जा रही। जिलाध्यक्ष ने कहा खून चोर गद्दी छोड़। उक्त अधिकारी पर हत्या का केस दर्ज होनी चाहिए। 

राज्यपाल के नाम सौंपा गया ज्ञापन 

झारखंड के अधिकतर जिलों के ब्लड बैंक की लाईसेंस की अवधि खत्म हो चुकी, मगर जिला के सिविल सर्जन को पता नही। मामला सामने न आता तो यह राज्य की जनता को मालूम न होती कि ब्लड बैंक की लाइसेंस खत्म हो चुकी हैं. सिविल सर्जन के माध्यम से महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौपा गया। झारखंड राज्य की सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। आए दिन राज्य के सरकारी अस्पतालों में हृदय विदारक घटनाएं घट रही। डॉक्टर्स,दवाई, बेड, एम्बुलेंस के अभाव से त्रस्त गरीब जनता को अब सरकारी अस्पतालों में मौत परोसे जा रहे। विगत दिनों चाईबासा सदर अस्पताल में जिस प्रकार से थैलीसीमिया पीड़ित बच्चों को एचआईवी संक्रमित खून चढ़ाए गए उससे राज्य के स्वास्थ्य विभाग की अक्षम्य लापरवाही उजागर हुई है। स्थिति इतनी भयावह है कि अब गरीब  जनता सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने केलिए 100 बार सोचने को विवश है।

राज्य सरकार बनी संवेदनहीन 

एक तरफ इलाज की स्थिति इतनी भयावह है वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार संवेदनहीनता की पराकाष्ठा कर रही है। सदर अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के जिम्मेवार सिविल सर्जन  भ्रष्ट विभागीय मंत्री के टूल्स बने हुए हैं। मंत्री के इशारे पर विभाग में मनमाने टेंडर और आउटसोर्सिंग का खेल धड़ल्ले से चल रहा।सिविल सर्जन मनमाने ठेकेदारों को टेंडर बांट रहे जिसके कारण घटिया सामग्रियों की आपूर्ति हो रही है, प्रतिबंधित नशीले कफ सिरप धड़ल्ले से बिक रहे और विभागीय मंत्री औचक निरीक्षण का नाटक कर रहे। रिम्स के निदेशक ने तो शपथ पत्र द्वारा कहा कि कमीशन केलिए मंत्री महीनों तक फाइल में हस्ताक्षर नहीं करते हैं। आयुष्मान योजना में बड़े अस्पतालों को फायदा पहुंचाने केलिए राज्य सरकार ने नियमों में संशोधन तक कर दिए। भारत सरकार ने 13 जनवरी 2021 को ही झारखंड सरकार की लिखित में राज्य के ब्लड बैंको में आवश्यक सुधार के निर्देश दिए थे लेकिन राज्य सरकार ने इसे अनदेखा किया। 

झारखंड में चल रहा खून का अवैध व्यापार 

आज राज्य झारखंड में बिना लाइसेंस के ब्लड बैंको की भरमार है जो खून का अवैध व्यापार कर रहे।प्रदर्शन में मुख्य रूप से प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रोहित लाल सिंह, अंबिका ख्वास, परिंदा सिंह, अर्जुन सिंह, शंकर रजक, मुकेश राय, गौर रजवार, रामलाल सोरेन, मथुर मंडल, महेंद्र राय, एंजेला सिंह, अमर स्वर्णकार, विक्की राय, हरीश सिंह, मनोज सिंह, अनिल सिंह, बबलू चौबे, अशोक शर्मा, जगन्नाथ कुमार, दिनेश यादव, अविनाश सिंह, मेघन महतो, मुकेश बाउरी, चंद्रशेखर महथा, विनोद कुमार, वीरभद्र सिंह, राकेश मधू, कुलदीप माहथा, मनोज पाण्डेय, राजीव कंठ, मोंटी सिंह, कुमकुम राय, अंबिका यादव, कृष्ण महतो, बिकाश महथा, विक्रम महतो, करमचंद गोप, अरविंद दुबे, त्रिपुरारी तिवारी, अवधेश यादव, ब्रजमोहन दुबे, जयनारायण मरांडी, अनिल मुर्मू, बालेश्वर मूर्मू, बिकास कुमार, सुजीत चक्रवर्ती, मोहन गोराई, स्वदेश ख्वास, गोपाल शाह, शिवशंकर राय व अन्य वरिष्ठजन उपस्थित थे।

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